आज अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के उपलक्ष में नेत्रहीन जूडो की लालघाटी स्थित संस्था श्री ब्लिस मिशन फॉर पैरा एंड ब्राइट से भारत की मशहूर दिव्यांग जूडो खिलाड़ी पूनम शर्मा अपना मुख्य कोचिंग कैरियर शुरू करेंगी। इनकी विश्व जूडो वरीयता में 14वा स्थान है एवं वर्ष 2018 से ही भारत में नंबर वन पर खेल रही हैं। पूनम शर्मा ने कुल 9 अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट से एशियन चैम्पियनशिप कजाकिस्तान 2019 से दो कांस्य पदक एवं कॉमनवेल्थ जूडो चैंपियनशिप 2019 इंग्लैंड और कॉमनवेल्थ जूडो चैंपियनशिप 2018 से भारत देश के लिए दो स्वर्ण अर्जित किए। पूनम शर्मा को 2017 में खेलों से जोड़ने वाली सीएसपी कोतवाली बिट्टू शर्मा भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त है। सीएसपी बिट्टू शर्मा ने बताया कि हमारा जूडो हॉल मिनी स्टेडियम के रूप में दिव्यांग खिलाड़ियों के रोजगार के लिए तैयार है एवं दिव्यांग खिलाड़ी महिलाओं एवं बच्चों का प्रशिक्षण हमारे लालघाटी स्थित केंद्र पर कर रहे हैं। अब हमने दिव्यांग प्रशिक्षकों के लिए लिए उचित वेतन भी निर्धारित कर लिया है।
पूनम का भारत से प्रथम दृष्टिबाधित फिटनेस ट्रेनर एवं जूडो कोच के लिए लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स पर आवेदन दिया जा चुका है। पूनम आसानी से सामान्य बच्चों एवं महिलाओं की मार्शल आर्ट टीम बना पा रही हैं एवं राज्य स्तर पर भी अच्छे परिणाम आ रहे हैं। पूनम शर्मा आगामी पैरा एशियन गेम्स चाइना 2022 की तैयारी भी कर रही हैं। इस अवसर पर इंडियन ब्लाइंड एंड पैरा जूडो एसोसिएशन के सचिव श्री मुनव्वर अंजार, श्री ब्लिस मिशन फॉर पैरा एंड ब्राइट संस्था के सचिव प्रवीण भटेले एवं प्रमुख उद्योगपति श्री चंद्रशेखर यादव ने शुभकामनाएं दी एवं पुरस्कार वितरण किया।
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