ब्रिसबेन टेस्ट के दूसरे दिन गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर को बड़ा जीवनदान मिला। इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स की एक गेंद पर वह बोल्ड हो गए। लेकिन स्टोक्स की वह गेंद नो-बॉल थी। इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को मार्कस हैरिस के रूप में शुरुआती झटका दिया था और ऐसे में वॉर्नर का विकेट उसके लिए बहुत बड़ा साबित हो सकता था लेकिन स्टोक्स की चूक ने कंगारू टीम को बड़ी राहत थी।
स्टोक्स की बड़ी गलती : बेन स्टोक्स ने डेविड वॉर्नर को बोल्ड कर दिया। इंग्लैंड खेमे में काफी खुशी थी। हालांकि स्टोक्स के चेहरे पर दिख गया था कि कोई चूक हो गई है। उन्होंने, सेलिब्रेट नहीं किया। जी, स्टोक्स का पैर क्रीज से आगे था। यह एक नो-बॉल थी।
यह ऑस्ट्रेलिया की पारी का 14वां ओवर चल रहा था। स्टोक्स की यह गेंद यह अच्छी इनस्विंग बॉल थी। वॉर्नर डिफेंस में चूक गए। गेंद उनके पैड से लगकर स्टंप से जा टकराई। वॉर्नर को रुकने के लिए कहा गया यह चेक करने के लिए कहीं यह नो-बॉल तो नहीं थी। और ऐसा ही हुआ। बिग स्क्रीन पर रीप्ले आने से पहले, स्टोक्स अपने गेंदबाजी मार्क पर चले गए थे।
तो अंपायर क्या कर रहे थे : इसे अंपायरिंग की बहुत बड़ी गलती कहिए या फिर स्टोक्स की खराब किस्मत और या फिर वॉर्नर का लक। ब्रिसबेन टेस्ट में स्टोक्स ने पहली चार गेंदों पर ओवरस्टेप किया। यानी उनका पैर क्रीज से आगे था। लेकिन अंपायर ने सिर्फ वहीं गेंद नो-बॉल दी जिस पर वॉर्नर बोल्ड हुए। नए नियम के अनुसार अब नो-बॉल मैदानी अंपायर नहीं बल्कि तीसरा अंपायर देता है लेकिन वह लगातार चूक करता रहा। सेवन क्रिकेट पर मशहूर अंपायर रहे साइमन टफल ने इस तरह की अंपायरिंग को बेहद खराब बताया। उन्होंने कहा, ‘उन्हें हर गेंद देखनी चाहिए, मैं इसकी कोई व्याख्या नहीं कर सकता।’
लकी रहे हैं वॉर्नर : ऐसा पहली बार नहीं हैं जब वॉर्नर नो-बॉल पर आउट हुए हैं। इससे पहले चार बार उन्हें जीवनदान मिल चुका है। 2014 में ऐडिलेड में भारत के वरुण आरोन की नो-बॉल पर वह बोल्ड हुए थे। इसके बाद 2016 में पाकिस्तान के वहाब रियाज, 2017 में सैम करन की गेंद पर स्टुअर्ट ब्रॉड ने उन्हें कैच किया था, वह भी नो-बॉल थी। 2019 में नसीम की गेंद पर मोहम्मद रिजवान (पाकिस्तान) के हाथों वह नो-बॉल पर कैच हुए हैं।
वॉर्नर और लाबुशाने की दमदार साझेदारी : वॉर्नर इस मौके का फायदा उठाने के लिए तैयार हैं। दूसरे दिन लंच तक वह 49 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे हैं। उन्होंने 94 गेंदों का सामना किया है और चार चौके और दो छक्के लगाए हैं। वॉर्नर और मार्नस लाबुशाने के बीच दूसरे विकेट के लिए 121 रन की साझेदारी भी हो चुकी है। लाबुशाने 77 गेंद पर 53 रन बनाकर खेल रहे हैं। उन्होंने पांच चौके और एक छक्का लगाया है। ऑस्ट्रेलिया का स्कोर एक विकेट पर 113 रन है और वह इंग्लैंड के स्कोर 147 रन से सिर्फ 34 रन पीछे है।