हौसले फौलादी हैं तो क्या कुछ नहीं हो सकता. पाकिस्तान ने इस बात को कराची टेस्ट में साबित कर दिया. 506 रनों का विशाल लक्ष्य करने के बाद पाकिस्तान ने 171.4 ओवर तक बल्लेबाजी कर कराची टेस्ट ड्ऱॉ करा दिया. पाकिस्तान के इस शानदार प्रदर्शन में सबसे बड़ा योगदान कप्तान बाबर आजम का रहा जिन्होंने 425 गेंदों में 196 रन बनाए. मोहम्मद रिजवान ने भी 176 गेंदों में नाबाद 100 रन बनाए. कराची में ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 556 रन बनाए और दूसरी पारी में उसने 2 विकेट पर 97 रन बनाए. जवाब में पाकिस्तान की पहली पारी महज 148 पर खत्म हुई वहीं दूसरी पारी में उसे कुल 506 रनों का विशाल लक्ष्य मिला.
दूसरी ओर ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के पास पाकिस्तान को समेटने के लिए दो दिन थे लेकिन बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान की बल्लेबाजी ने कंगारुओं को जीत हासिल नहीं करने दी. रावलपिंडी के बाद अब कराची में भी टेस्ट ड्रॉ पर खत्म हुआ. बाबर आजम के अलावा अब्दुल्ला शफीक ने भी पाकिस्तान की हार टाली. शफीक ने 305 गेंदों में 96 रन बनाए. उन्होंने बाबर आजम के साथ मिलकर 524 गेंदों में 228 रनों की साझेदारी की. अब्दुल्लाह शफीक के बाद रिजवान ने बाबर के साथ मिलकर 248 गेंदों में 115 रन जोड़े. जिसमें रिजवान ने 66 और बाबर आजम ने 46 रनों का योगदान दिया.
बनाया विश्व रिकॉर्ड : बाबर की ये पारी तब आई जब ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान के सामने 506 रनों का लक्ष्य रखा है.पहली पारी में पाकिस्तान की टीम महज 148 रनों पर ढेर हो गई थी. ऐसे में ऑस्ट्रेलिया को उम्मीद थी कि वो दूसरी पारी में पाकिस्तान को सस्ते में समेट कर मैच अपने नाम कर लेगी लेकिन बाबर ने विकेट पर ऐसे पैर जमाए कि ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को परेशानी हो गई और पाकिस्तानी कप्तान ने विश्व रिकॉर्ड भी बना लिया. बाबर का ये स्कोर टेस्ट की चौथी पारी में किसी भी कप्तान द्वारा बनाया गया सर्वोच्च स्कोर है.
उन्होंने इस मामले में माइकल एथर्टन को पीछे छोड़ा है. बाबर से पहले ये रिकॉर्ड एथर्टन के नाम था. एथर्टन ने 1995 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में चौथी पारी में 185 रन बनाए थे. बाबर जब दोहरे शतक के करीब थे तो पूरे स्टेडियम में उनके नाम के नारे लग रहे थे लेकिन जैसे ही वह आउट हुए पूरा मैदान शांत हो गया. ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने तालियां बजाकर और उनसे हाथ मिलाकर बाबर जो विदाई दी.