पीएम नरेद्र मोदी के 71वें जन्मदिन के मौके पर मध्य प्रदेश में शुक्रवार को 23.79 लाख लोगों वैक्सीन लगाई गई। राज्य में टीकाकरण महाअभियान 3.0 के लिए 32.90 लाख लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन यह पूरा नहीं हो सका। रात आठ बजे तक के आंकड़ों के अनुसार लक्ष्य से करीब आठ लाख कम लोगों को टीके लगाए जा सके। हालांकि टीकाकरण देर रात तक जारी रहा और इसके आंकड़ों में कुछ वृद्धि हो सकती है।
लक्ष्य से पीछे रह जाने के कारण मध्य प्रदेश वैक्सीनेशन महाअभियान में नया रेकॉर्ड बनाने से पीछे रह गया। कर्नाटक, बिहार और यूपी में एमपी से ज्यादा लोगों को टीके लगाए गए। शुक्रवार को पूरे देश में सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन कर्नाटक में हुआ जबकि एमपी चौथे नंबर पर रहा।
प्रदेश में वैक्सीनेशन के पहले महाअभियान में 17 लाख 60 हजार लोगों को टीका लगाया गया था। दूसरे महा अभियान में दो दिन में 43 लाख लोगों को टीका लगा था। दोनों ही बार एमपी पूरे देश में पहले नंबर पर रहा था। तीसरे महाभियान को सफल बनाने के लिए प्रदेश में करीब 10,000 टीकाकरण केन्द्र बनाए गए थे और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित उनकी कैबिनेट के अधिकांश मंत्री इसे सफल बनाने के लिए सक्रिय थे।
तीसरे महाअभियान में एमपी में सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन इंदौर जिले में हुआ। दूसरे नंबर पर धार और तीसरे नंबर पर भोपाल रहा। वहीं, सबसे कम वैक्सीनेशन आलीराजपुर जिले में हुआ। यहां केवल 7 हजार 17 लोगों को वैक्सीन की डोज लगाई गई। मध्यप्रदेश में अब तक 5 करोड़ 60 लाख 45 हजार से अधिक लोगों को वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज लगाई जा चुकी है।