अफगानिस्तान में हुकूमत की जंग लड़ रहे तालिबान ने ईरान के एक मिलिट्री ड्रोन को मार गिराने का दावा किया है। सोशल मीडिया में शेयर हो रही तस्वीरों में तालिबान आतंकियों को एक दुर्घटनाग्रस्त ड्रोन के बगल में खड़ा देखा जा रहा है। कुछ अन्य तस्वीरों में तालिबान लड़ाके इस ड्रोन को एक गाड़ी पर लादकर कहीं दूसरी जगह लेकर जाते हुए दिखे हैं। दावा किया जा रहा है कि यह ड्रोन पश्चिमी प्रांत फराह में अफगानी वायु सीमा के अंदर उड़ रहा था।
तालिबान ने ईरानी ड्रोन जब्त करने की पुष्टि की : तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि कैडरों ने ईरान के सीमावर्ती इलाके में एक ड्रोन जब्त किया है। उन्होंने कहा कि इसकी जांच की जा रही है कि ड्रोन अफगानिस्तान के हवाई क्षेत्र में कैसे घुसा। ईरान के इस टोही ड्रोन का नाम मोहजर-2एन (Mohajer-2N) बताया जा रहा है। ईरान की सीमा अफगानिस्तान से सटी हुई है। इसलिए, अफगानिस्तान में बिगड़ते हालात को देखते हुए ईरान ने भी बॉर्डर पर चौकसी बढ़ा दी है।
भारत के दिए हेलिकॉप्टर पर भी तालिबान का कब्जा : दो दिन पहले ही तालिबान ने कुंदुज हवाई अड्डे पर नियंत्रण करते हुए सोवियत काल के एमआई -24 वी हेलिकॉप्टर को जब्त किया था। इस हेलिकॉप्टर का सीरियल नंबर 123 बताया जा रहा है। कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इस हेलिकॉप्टर को भारत ने अफगान वायु सेना को उपहार के तौर पर सौंपा था। हालांकि अफगान सेना ने इसमें से इंजन समेत सभी जरूरी सामानों को निकाल लिया है। ऐसे में यह हेलिकॉप्टर उड़ने की स्थिति में नहीं है।
दूतावासों के बंद होने पर क्या बोला तालिबान? : काबुल में कई देशों के दूतावासों के बंद होने पर तालिबान प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा है कि हमने एक बार नहीं, बल्कि कई मौकों पर बयान जारी किए हैं कि हम अफगानिस्तान में सभी राजनयिकों और दूतावासों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि हम पहले ही अपनी स्थिति साफ कर चुके हैं और दूतावासों में सेवारत सभी राजनयिकों की सुरक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धता दिखा चुके हैं। राजनयिकों की सुरक्षा के बारे में अफगानिस्तान के इस्लामिक अमीरात के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने भी बयान दिया है।
तालिबान ने 18 प्रांतीय राजधानियों पर किया कब्जा : तालिबान ने 8 दिनों के अंतर अफगानिस्तान की 34 में से 18 प्रांतीय राजधानियों पर कब्जा कर लिया है। हेरात और कंधार पर कब्जे के 24 घंटे के अंदर तालिबान ने कलात, तेरेनकोट, पुल-ए आलम, फ़िरुज़ कोह, काला-ए-नवा और लश्कर गाह पर नियंत्रण हासिल कर लिया है। तालिबान का अगला निशाना राजधानी काबुल है। तालिबान के आतंकी काबुल को चारों तरफ से घेरे बैठे हुए हैं।