पुलिस ने शनिवार को कहा कि मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के एक कांग्रेस विधायक के बेटे ने एक महिला नेता से कथित दुष्कर्म के मामले में खुद को 28 सितंबर तक कानून के हवाले नहीं किया, तो आरोपी की संपत्तियों को कुर्क करने की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। विधायक का बेटा इस मामले में पिछले पांच महीने से फरार है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उज्जैन के बड़नगर क्षेत्र के कांग्रेस विधायक मुरली मोरवाल के बेटे करण (30) के खिलाफ इंदौर के महिला थाने में दो अप्रैल को दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया था। अधिकारियों के मुताबिक मामला दर्ज कराने वाली महिला नेता का आरोप है कि करण ने शादी का झांसा देकर उसके साथ दुष्कर्म किया।
इंदौर के महिला पुलिस थाने की प्रभारी ज्योति शर्मा ने “पीटीआई-भाषा” को बताया, “पिछले पांच महीनों में हम करण को बड़नगर और इसके आस-पास के इलाकों में तलाश चुके हैं। लेकिन उसके बारे में फिलहाल कोई पक्का सुराग नहीं मिल सका है।”
उन्होंने बताया कि करण की गिरफ्तारी पर 5,000 रुपये का इनाम घोषित है और एक स्थानीय अदालत ने कुछ दिन पहले उसे फरार घोषित कर कहा है कि वह कथित दुष्कर्म मामले में 28 सितंबर को उसके सामने हाजिर हो।
महिला थाना प्रभारी ने बताया, “हमने करण की संपत्तियों की जानकारी जुटा ली है। अगर उसने 28 सितंबर तक खुद को कानून के हवाले नहीं किया, तो हम उसकी संपत्तियों की कुर्की की कार्रवाई शुरू कर देंगे।”
अधिकारियों ने बताया कि महिला नेता से कथित दुष्कर्म के मामले में स्थानीय अदालत द्वारा विधायक पुत्र के खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट आरोपी को तामील नहीं हो सका जिसके बाद अदालत ने उसे फरार घोषित कर दिया है।