पाकिस्तान के दक्षिण में स्थित बंदरगाह शहर कराची में शनिवार तड़के एक झुग्गी बस्ती में आग लग गई, जिससे करीब 100 झोंपड़ियां जलकर खाक हो गईं। दमकल विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। हालांकि, घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। शहर के केंद्रीय दमकल केंद्र के वरिष्ठ अधिकारी इनायत उल्ला के अनुसार मध्य कराची के तीनहट्टी इलाके में एक पुल के नीचे ल्यारी नदी के किनारे स्थित मकानों में आग लग गई।
मौके पर दमकल की करीब 10 गाड़ियां पहुंचीं और घंटों मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। उन्होंने कहा कि यह तत्काल पता नहीं चल पाया कि आग किस कारण लगी। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं अक्सर ठंड के मौसम की शुरुआत के साथ होती हैं, जब झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले गरीब लोग गर्म रहने के लिए अलाव जलाते हैं।
पिछले साल भी आग में जले थे 100 मकान : पिछले साल भी इसी इलाके में आग लगने की ऐसी ही घटना में प्लास्टिक और कपड़ों से बने लगभग सौ मकान जलकर नष्ट हो गए थे, हालांकि इस घटना में भी किसी की भी मृत्यु नहीं हुई थी। इससे पहले सितंबर में इंडोनेशिया की राजधानी के निकट एक जेल में आग लगने से कम से कम 41 कैदियों की मौत हो गई थी, वहीं 39 अन्य झुलस गए थे। न्याय मंत्रालय के सुधार विभाग के प्रवक्ता रिका अपरिआंती ने कहा था कि यह आग राजधानी के बाहरी इलाके में स्थित तांगेरांग जेल के ‘सी’ ब्लॉक में लगी।
इंडोनेशिया की जेल में लगी थी आग : इस जेल में मादक पदार्थों की तस्करी से जुड़े अपराधियों को रखा जाता है। उन्होंने बताया था कि इस जेल की क्षमता 1225 कैदियों को रखने की है लेकिन यहां दो हजार से अधिक कैदियों को रखा गया था। आग लगने के वक्त जेल के ‘सी’ ब्लॉक में 122 कैदी थे। प्रवक्ता ने बताया था कि कई घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका और सभी कैदियों को अस्पताल पहुंचाया गया।