सास-बहू के रिश्ते की तरह ननद-भाभी का रिश्ता भी बहुत नाजुक होता है। धारणा है कि ननद-भाभी का रिश्ता ऐसा है जिसमें खटपट होती ही है लेकिन अब वक्त बदल रहा है। अगर आप इस रिश्ते को अन्य रिश्तों की तरह अहमियत दें तो ये भी बेहद खास और खूबसूरत हो सकता है। बस आपको कुछ बातों को ध्यान में रखने की जरूरत है…
एक-दूसरे के साथ बिताएं समय : ननद-भाभी का रिश्ता तभी अच्छा और गहरा हो सकता है जब आप एक-दूसरे के साथ समय बिताएंगी। शादी से पहले जैसे आप अपनी बहन और दोस्त के साथ समय गुजारती थीं ठीक वैसे ही शादी के बाद ननद के साथ समय बिताएं। उनके साथ मार्कीट और पार्लर जाएं। चाहे तों ननद के साथ कहीं घूमने भी जा सकती हैं। ऐसा करने से रिश्ते में और मिठास आएगी। वहीं इस दौरान आप अपनी ननद की पसंद ना पसंद के बारे में भी जान पाएंगी। साथ ही ससुराल वालों के बारें में और जानने का भी मौका मिलेगा।
शेयर करें सीक्रेट : ननद-भाभी के रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए एक-दूसरे का विश्वास जीतना बहुत जरूरी है। अगर आपको अपनी ननद का कोई राज पता चल जाए तो उसे पूरे परिवार को न बताएं। उसे अपने और ननद के बीच में ही रहने दें। ऐसा करने से आपकी ननद का आप पर विश्वास और बढ़ेगा।
करें एक-दूसरे का सम्मान : सम्मान ही हर रिश्ते में मजबूती लाता है। अगर आपकी ननद से उतनी दोस्ती नहीं हो पा रही जितनी दो बहनों या फिर स्कूल-कॉलेज की फ्रैंड्स के बीच होती है, तो जरूरी है कि कम से कम आप दोनों इस रिश्ते का सम्मान करें। कभी भी ऐसी बातें न करें जिससे आपकी ननद के सम्मान को ठेस पहुंचे और ननद को भी चाहिए कि वह अपनी भाभी की रिस्पैक्ट करे।
ननद की राय लें : एक लड़की जब बहू बनकर नए घर में आती है तो उसे वहां के तौर-तरीके जल्दी समझ में नहीं आते। ऐसे समय में आप अपनी ननद की मदद ले सकती हैं। किसी काम को करने से पहले ननद से पूछ सकती हैं, उनकी राय ले सकती हैं। जैसे- घर के नियम-कानून क्या हैं, घर के सदस्यों को खाने में क्या पसंद है।