उत्तर कोरिया ने मंगलवार तड़के हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण किया। दक्षिण कोरिया और जापान के अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की एक आपात बैठक में, दक्षिण कोरियाई सरकार ने उत्तर कोरिया द्वारा ‘छोटी दूरी की मिसाइल का परीक्षण’ किए जाने पर आक्रोश व्यक्त किया। इससे पहले, दक्षिण कोरिया की सेना ने कहा था कि उत्तर कोरिया के उत्तरी जगंग प्रांत से दागी गई एक वस्तु पूर्वी समुद्र की ओर गई।
अवैध हथियार कार्यक्रम का खुलासा : अमेरिकी हिंद-प्रशांत कमान ने एक बयान में कहा कि परीक्षण अमेरिकी कर्मियों, क्षेत्र या हमारे सहयोगियों के लिए तत्काल खतरा पैदा नहीं करता है। लेकिन यह मिसाइल परीक्षण ‘उत्तर कोरिया के अवैध हथियार कार्यक्रम के अस्थिरकारी प्रभाव को उजागर करता है।’ दक्षिण कोरिया और जापान की रक्षा के लिए अमेरिकी प्रतिबद्धता कायम रहेगी। दक्षिण कोरियाई और अमेरिकी अधिकारी परीक्षण के विवरण का विश्लेषण कर रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंध का उल्लंघन! : जापान के प्रधनमंत्री योशिहिदे सुगा ने कहा कि उत्तर कोरिया ने जिसका प्रक्षेपण किया वह ‘एक बैलिस्टिक मिसाइल हो सकती है’ और उनकी सरकार ने सतर्कता एवं निगरानी कड़ी कर दी है। किसी प्रकार का बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण, उत्तर कोरियाई बैलिस्टिक गतिविधियों पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रतिबंध का उल्लंघन होगा। लेकिन परिषद आमतौर पर कम दूरी के प्रक्षेपास्त्रों के परीक्षण को लेकर उत्तर कोरिया पर नए प्रतिबंध नई लगाती है।
साउथ कोरिया से बातचीत को तैयार : उत्तर कोरिया ने करीब छह महीने बाद इस महीने की शुरुआत में बैलिस्टिक तथा क्रूज़ मिसाइलों का परीक्षण किया था और उसने दक्षिण कोरिया तथा जापान में अपने लक्ष्यों पर हमला करने की क्षमता प्रदर्शित की थी। दोनों ही देश अमेरिका के सहयोगी हैं और वहां 80,000 अमेरिकी सैनिक तैनात हैं। उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन की बहन किम यो-जोंग ने पिछले सप्ताह कहा था कि दक्षिण कोरिया अगर शत्रुतापूर्ण नीतियां छोड़ देता है तो उनका देश उससे फिर बातचीत शुरू करने को तैयार है।