यूरोपीय देश ऑस्ट्रिया ने पूरे देश में कोविड लॉकडाउन का ऐलान किया है। इस लॉकडाउन के दौरान बिना वैक्सीन लगवाए लोगों के घरों से निकलने पर पाबंदी होगी। ऑस्ट्रिया के चांसलर अलेक्जेंडर स्कालेनबर्ग ने रविवार को ऐलान किया कि यह लॉकडाउन अगले हफ्ते से प्रभावी हो जाएगा। बिना वैक्सीन लगवाए लोग सिर्फ बेहद जरूरी काम से ही घरों से बाहर निकल पाएंगे।
बिना वैक्सीन लगवाए लोगों के लिए गाइडलाइन जारी : ऑस्ट्रिया की सरकार ने बताया कि बिना कोविड वैक्सीन की डोज लिए लोग सिर्फ बुनियादी जरूरतों के लिए ही घर से निकल पाएंगे। इसमें काम पर जाना, किराने का सामान खरीदना या मेडिकल इमरजेंसी शामिल है। लॉकडाउन लगाने का निर्णय ऑस्ट्रिया के संघीय राज्यों की सरकार और प्रमुखों ने साथ मिलकर लिया है।
ऑस्ट्रिया की सरकार के रूप में यह हमारा काम है कि हम लोगों की रक्षा करें… इसलिए हमने फैसला किया कि सोमवार से… बिना टीकाकरण वाले लोगों के लिए लॉकडाउन होगा।
सोमवार तड़के से जारी होंगे प्रतिबंध : शालेनबर्ग ने कहा कि यह लॉकडाउन सोमवार को तड़के लागू होंगे। उन्होंने कहा कि इस दौरान पुलिस प्रतिबंधात्मक उपायों के अनुपालन की निगरानी करेगी और अपराधियों को सजा का सामना करना पड़ेगा। ऑस्ट्रिया में कोरोना वायरस के मामले फिलहाल स्थिर हैं, लेकिन यूरोपीय देशों में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहती है।
ऑस्ट्रिया में 20 लाख लोगों पर पड़ेगा सीधा असर : एपीए समाचार एजेंसीके अनुसार, नया प्रतिबंध ऑस्ट्रिया की 8.9 मिलियन आबादी में से लगभग 2 मिलियन लोगों को प्रभावित करता है। लॉकडाउन 12 साल से कम उम्र के लोगों पर लागू नहीं होता है क्योंकि वे देश के कानून के तहत COVID-19 के खिलाफ टीकाकरण के योग्य नहीं हैं। ऑस्ट्रिया में अभी तक 6 मिलियन लोगों को ही कोविड वैक्सीन की कम से कम एक डोज लगी है।
ऑस्ट्रिया में वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी : ऑस्ट्रिया में पश्चिमी यूरोप में सबसे कम टीकाकरण दर है। अभी तक कुल आबादी के लगभग 65 फीसदी लोगों को ही वैक्सीनेट किया गया है। देश में पिछले कुछ हफ्तों में नए संक्रमणों में वृद्धि देखी गई है। शनिवार को ऑस्ट्रिया में 13,152 से अधिक मामले दर्ज किए गए, जबकि एक सप्ताह पहले 6 नवंबर को 9,943 मामले दर्ज किए गए थे।