अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए बनाए जा रहे विमान एयरफोर्स वन में शराब की खाली बोतलें मिलने के बाद हंगामा मचा हुआ है। यह विमान बोइंग के टेक्सास कारखाने में बनाया जा रहा है। शराब की बोतलें मिलने की रिपोर्ट के बाद बोइंग ने पूरे मामले को लेकर आंतरिक जांच शुरू कर दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति के आधिकारिक विमान एयरफोर्स वन उड़ता हुआ किला कहा जाता है। ऐसे विमान के अंदर शराब की बोतलें मिलने को बड़ी सुरक्षा खामी करार दिया गया है।
बोइंग ने शुरू की जांच : डेली मेल ने द वॉल स्ट्रीट जर्नल के हवाले से बताया कि शराब की ये खाली बोतलें इसी महीने बोइंग के सैन एंटोनियो कारखाने में मिलीं थीं। बोइंग के एक प्रवक्ता ने द वॉल स्ट्रीट जर्नल को बताया कि यह आंतरिक मामला है। ऐसे में वह क्वालिटी और मैन्यूफैक्चरिंग ऑपरेशन में सुधार के लिए काम कर रहा है।
बोइंग में शराब पर लगी हुई है प्रतिबंध : बोइंग के कारखानों से शराब पर प्रतिबंध लगा हुआ है। ऐसे में इस बरामदगी को ‘विदेशी वस्तु मलबे’ की घटना के रूप में नहीं माना जा रहा है। ‘विदेशी वस्तु मलबे’ उन्हें कहा जाता है जो विमान के निर्माण के दौरान अंदर ही रह जाते हैं। कंपनी ने कहा है कि वे इस घटना को काफी गंभीरता के साथ ले रहे हैं। हालांकि, अभी तक यह नहीं बताया गया है कि शराब की इन बोतलों को रखने वाली की पहचान हुई है कि नहीं।
एयरफोर्स वन के दो विमानों को बना रहा बोइंग : अमेरिका की प्रमुख विमान निर्माता कंपनी बोइंग वर्तमान में अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए दो एयरफोर्स वन विमानों का निर्माण कर रही है। इन विमानों को 2025 तक डिलीवर करने का लक्ष्य रखा गया है। वॉल स्ट्रीट जर्नल ने बताया कि ये दोनों विमान 747-8 एयरक्राफ्ट में भारी फेरबदल कर बनाए जा रहे हैं। इस विमान को VC-25B मिलिट्री वैरियंट के नाम से भी जाना जाता है। ऐसे में इस विमान पर काम करने वाले कर्मचारियों को सुरक्षा मंजूरी की आवश्यकता होती है।
क्या है एयरफोर्स वन की खासियत : अमेरिकी राष्ट्रपति का विमान एयरफोर्स वन दो खास तरीके से बनाए गए बोइंग 747-200B सीरीज के विमानों में से एक है। यह विमान चंद मिनटों के नोटिस पर उड़ने के लिए हमेशा तैयार रहता है। विमान में होने के बाद भी अमेरिकी राष्ट्रपति किसी से भी कनेक्ट रह सकते हैं और अमेरिका पर हमला होने की स्थिति इस विमान को मोबाइल कमांड सेंटर की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं।
इस विमान के इंटीरियर को खूबसूरत और आरामदायक बनाने के लिए लक्जरी चमड़े, ओक की लकड़ी, क्वार्ट्ज फिटिंग, : म करने और आराम करने के लिए निजी सुइट बने हुए हैं। इसमें अल्ट्रा लक्जरी चेयर्स को लगाया गया है। इस जहाज को राष्ट्रपति की सुविधा के अनुसार प्रयोग में लाया जाएगा। हालांकि जो प्रारंभिक जानकारी मिल रही है उसके अनुसार, शुरुआत में इस विमान को एयरफोर्स टू के रूप में इस्तेमाल करने की योजना है। एयरफोर्स टू अमेरिका के उपराष्ट्रपति के विमान को कहा जाता है। एक्सोसोनिक के प्रिंसिपल एयरक्राफ्ट इंटिरियर डिजाइनर स्टेफनी चहन ने कहा कि हम अपनी पहले से की गई प्लानिंग में नई तकनीकों का प्रयोग कर रहे हैं, जो सार्वजनिक रूप से उपलब्ध नहीं है या फिर जिन्हें आप वर्तमान समय में किसी कॉमर्शियल प्लेन में नहीं देखते हैं। इसमें बने दो निजी सुइट्सस में से पहले में तीन लोगों के लिए मीटिंग रूम के रूप में भी बदला जा सकता है। इसमें सिक्योर वीडियो कांफ्रेंसिंग की सुविधा भी मौजूद होगी। जिससे इस विमान में सफर कर रहे राष्ट्रपति या उपराष्ट्रपति अपने काम को कर सकें, ऑनलाइन हो सकें या मीडिया को संबोधित कर सकें।
इस विमान में बनी दूसरी सुईट में 8 लोगों के लिए जगह है। इसमें फ्लैट सीट्स, एडजेस्टेबल टेबल भी मौजूद है, जिससे विमान में काम कर रहे सीनियर अधिकारियों के काम में कोई परेशानी न आए। मेन केबिन में 20 बिजनेस-क्लास सीटों के साथ इस विमान में दो गैलरी, दो लैवेटरीज और स्टोवेज स्पेस भी मौजूद हैं। मॉडर्न एयरक्राफ्ट डिजाइन के हिसाब से इस विमान की सीटों में पीछे की तरफ मॉनिटर नहीं लगे हुए हैं, बल्कि पर्सनल इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के लिए एक अलग से जगह दी हुई है। डिजाइनर्स ने बताया कि इस विमान को यूएस एक्जिक्यूटिव ब्रांच के मिशन और वैल्यू के आधार पर डिजाइन किया गया है। यह विमान एक बार में 5000 नाटिकल मील (9260 किलोमीटर) की दूरी तक उड़ान भर सकता है। साथ ही बूम शॉफ्ट तकनीकी के कारण धरती पर मौजूद लोगों को परेशान किए बिना आवाज से दोगुनी तेज रफ्तार से उड़ान भर सकता है।
अगर एयरफोर्स वन सुपरसोनिक इंजन से लैस हो जाएगी तो अमेरिकी राष्ट्रपति मैक 5 की गति से न्यूयॉर्क से लंदन मात्र 90 मिनट में पहुंच सकते हैं। इस दूरी को तय करने में फिलहाल 7 घंटे का समय लगता है। इस स्टार्टअप कंपनी ने एयरफोर्स के सामने मैक 5 एयरक्राफ्ट इंजन को प्रदर्शित किया था। जिसके बाद से इसे सरकारी फंड दिया गया है। यह सुपरोसनिक इंजन एक कंबाइन टर्बोफैन डिजाइन पर आधारित है जो एक सामान्य टर्बोफैन इंजन और रैमजेट दोनों को एक ही इंजन में फ़्यूज करता है। एक सामान्य टर्बोफैन इंजन सामने से हवा को खींचकर पीछे प्रेशर से धकेलता है। इस इंजन से मिली शक्ति के कारण ही प्लेन सबसोनिक स्पीड पर उड़ने में सक्षम होता है। जबकि रैमजेट इंजन का उपयोग मिसाइलों में अधिकतर किया जाता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति का वर्तमान विमान एयरफोर्स वन दो खास तरीके से बनाए गए बोइंग 747-200B सीरीज के विमानों में से एक है। यह विमान चंद मिनटों के नोटिस पर उड़ने के लिए हमेशा तैयार रहता है। विमान में होने के बाद भी अमेरिकी राष्ट्रपति किसी से भी कनेक्ट रह सकते हैं और अमेरिका पर हमला होने की स्थिति इस विमान को मोबाइल कमांड सेंटर की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। ट्रंप का एयरफोर्स वन विमान कभी अकेला नहीं उड़ता है। कुछ कार्गो विमान हमेशा इसके आगे-आगे चलते हैं, जिनके जरिए रिमोट लोकेशन में भी ट्रंप को किसी चीज की कमी महसूस ना हो। देखा जाए तो ये कार्गो विमान अमेरिकी राष्ट्रपति के एयरफोर्स वन को सुरक्षा देने का भी काम करते हैं। एयरफोर्स वन 35,000 फीट की ऊंचाई पर 1,013 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है। एकबार में यह विमान 6,800 मील की दूरी तय कर सकता है। विमान अधिकतम 45,100 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है। इस विमान के उड़ान के दौरान प्रतिघंटा 1,81,000 डॉलर (करीब 1 करोड़ 30 लाख रुपये) की लागत आती है।
अकेला कभी नहीं उड़ता एयरफोर्स वन :
अमेरिकी राष्ट्रपति का एयरफोर्स वन विमान कभी अकेला नहीं उड़ता है। कुछ कार्गो विमान हमेशा इसके आगे-आगे चलते हैं, जिनके जरिए रिमोट लोकेशन में भी अमेरिकी राष्ट्रपति को किसी चीज की कमी महसूस ना हो। देखा जाए तो ये कार्गो विमान अमेरिकी राष्ट्रपति के एयरफोर्स वन को सुरक्षा देने का भी काम करते हैं।