अफगानिस्तान के बामियान में भगवान बुद्ध की मूर्तियों पर लगातार तालिबान का कहर बरस रहा है। इससे तालिबान का असली चेहरा एक बार फिर बेनकाब हो गया है। अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान लगातार ‘उदार’ बनने का ढोंग कर रहा है लेकिन सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में उसकी पोल खुल गई है। वीडियो में तालिबानी लड़ाकों को बामियान की मूर्तियों पर गोलियां बरसाते हुए देखा जा सकता है। वीडियो के साथ लिखा है कि 20 साल पहले तालिबान ने इन मूर्तियों को उड़ा दिया था।
बामियान में बुद्ध की मूर्तियों को निशाना बनाए जाने का वीडियो ट्विटर पर वायरल हो रहा है। एक यूजर ने शेयर करते हुए लिखा, ‘तालिबान ने बामियान के बुद्ध पर गोलियां बरसाईं। यह असहिष्णुता का स्पष्ट संदेश है जिसे बेहद गंभीरता से लेना चाहिए। दुनिया और अफगानिस्तान विरासत के खिलाफ एक बड़ी गलती। इस पर रोक लगनी चाहिए।’ वहीं एक दूसरे यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘बामियान की मूर्तियों के लिए तालिबान की नफरत अभी भी जिंदा है।’
पिछले महीने बनाया था निशाना : अफगानिस्तान में तालिबानी आतंकियों का राज आते ही पिछले महीने बामियान के यूनेस्को विश्व विरासत स्थल को निशाना बनाया गया था। खबरों के मुताबिक हमलावरों ने भगवान बुद्ध की खुदाई से मिली मूर्तियों और अन्य कलाकृतियों को फ्रांसीसी पुरातत्वविदों के एक गोदाम से लूट लिया था। यह टीम बामियान में खुदाई कर रही थी और वहां से निकलने वाली अनमोल एतिहासिक धरोवरों का संरक्षण कर रही थी।
पिछले शासनकाल में तालिबान ने बनाया था निशाना : जापान के क्योडो न्यूज के मुताबिक अपराधी तत्वों ने तालिबान के कब्जे के बाद आए खालीपन का फायदा उठाया और अगस्त के पहले पखवाड़े में बौद्ध मूर्तियों और कलाकृतियों को लूट लिया। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस दौरान जापानी पुरातत्वविदों को भी निशाना बनाया गया। इन्हीं लोगों का यह गोदाम था। इससे पहले वर्ष 2001 में तालिबान राज आने पर आतंकियों ने बुद्ध की छठवीं शताब्दी की विशालकाय मूर्तियों को तबाह कर दिया था।