ईरान के न्यायिक अधिकारियों ने सोमवार को एक अखबार पर कथित रूप से प्रतिबंध लगा दिया। जिसके पहले पन्ने पर सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामनेई जैसे दिखने वाले हाथ का ग्राफिक चित्र बनाया गया था। चित्र में खामनेई के हाथ जैसे दिखने वाले हाथ से ईरान की गरीबी रेखा को बनाते दिखाया गया था। गौरतलब है कि देश की गिरती अर्थव्यवस्था पर जनता का आक्रोश बढ़ता ही रहा है।
अर्धसरकारी समाचार एजेंसी ‘मेहर’ ने बताया कि ईरान की मीडिया निगरानी संस्था ने दैनिक अखबार ‘केलिद’ को बंद कर दिया है। क्योंकि शनिवार को अखबार के पहले पन्ने पर एक आलेख छापा गया था जिसका शीर्षक था ‘गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करते लाखों ईरानी।’
खामनेई के पुराने चित्र से मेल खाती तस्वीर : शीर्षक के नीचे एक चित्र बनाया गया था जिसमें एक व्यक्ति ने अपने बाएं हाथ में कलम पकड़ी हुई है। वह लाल रंग की रेखा खींच रहा है जिसके नीचे आम जनता को दर्शाया गया है। यह ग्राफिक खामनेई के एक पुराने चित्र से मेल खाता है जिसमें वह अपने बाएं हाथ से कागज के एक टुकड़े पर कुछ लिख रहे हैं और उनकी एक अंगुली में अंगूठी है जो वह अक्सर पहनते हैं।
अखबार की वेबसाइट भी हुई बंद : वर्ष 1981 में हुई बमबारी के बाद से उनका दायां हाथ काम नहीं करता। सरकारी समाचार एजेंसी आईआरएनए ने कहा कि केलिद को बंद कर दिया गया है। इसका कारण स्पष्ट नहीं किया गया है। केलिद की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। अखबार की वेबसाइट भी बंद कर दी गई है।