मध्य प्रदेश के कर्ता-धर्ता ही कोरोना के बढ़ते खतरे को लेकर गंभीर नहीं हैं। मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री तक कार्यक्रमों में कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करते नहीं दिख रहे। वे शायद सिंधिया के एल्बो शेक से कुछ सीख लें।
शनिवार शाम भोपाल पहुंचे केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वे अन्तरराष्ट्रीय नेत्रहीन क्रिकेट टूर्नामेंट का फाइनल मैच देखने पहुंचे और खिलाड़ियों से भी मिले। इस दौरान उन्होंने हाथ मिलाने (हैंड शेक) की जगह खिलाड़ियों से कोहनियां (एल्बो शेक) मिलाईं। सिंधिया ने खिलाड़ियों को भी मास्क नहीं पहनने के लिए टोका। सिंधिया के इस कोविड उपयुक्त व्यवहार की तारीफ हो रही है, लेकिन हैरानी की बात है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और उनकी कैबिनेट के प्रति इतने गंभीर नजर नहीं आ रहे।
बिना मास्क के नजर आ रहे मुख्यमंत्री : पिछले दो-तीन दिनों में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भीड़-भाड़ वाले कई कार्यक्रमों में बिना मास्क के नजर आए हैं। शुक्रवार शाम को अधिकारियों के साथ कोरोना समीक्षा बैठक के ठीक बाद शिवराज विधायक दल की बैठक में शामिल हुए। इसमें उन्होंने मास्क नहीं पहना था। उनके साथ मंच पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वी डी शर्मा मौजूद थे। उनके चेहरों पर भी मास्क नहीं था।
सम्मेलन के उद्घाटन में मास्क नदारद : शनिवार सुबह में उन्होंने भोपाल में इंडियन इकॉनामिक एसोसिएशन के104वें वार्षिक सम्मेलन का शुभारंभ किया। वे अर्थशास्त्रियों से मिले और सम्मेलन को संबोधित किया, लेकिन चेहरे पर मास्क नहीं था।
पार्टी ऑफिस में भी बिना मास्क के : शनिवार को ही शिवराज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान पार्टी ऑफिस में बड़ी संख्या में नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे। शिवराज ने मास्क पहने बिना ही कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।
मंत्री भी मास्क को लेकर गंभीर नहीं : शनिवार शाम को मुख्यमंत्री इंदौर में थे। उन्होंने इंदौर में मेट्रो रेल लाइन व 16 मेट्रो स्टेशन का गणमान्य जनप्रतिनिधियों के साथ भूमिपूजन किया। भूमिपूजन करते हुए भी उनकी जो तस्वीरें सामने आई हैं, उनमें चेहरे से मास्क नदारद है। उनके साथ मौजूद जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट भी बिना मास्क के ही बैठे थे।
छात्रों के साथ भी बिना मास्क के सीएम : आश्चर्य की बात तो यह कि इंदौर में शिवराज ने जनजातीय छात्रों के साथ संवाद किया। इस दौरान उनके साथ सेल्फी लेने के लिए छात्रों के बीच होड़ लगी रही। इस मौके पर भी मुख्यमंत्री के चेहरे पर मास्क नहीं था। इसको लेकर कांग्रेस ने उन पर निशाना भी साधा है।
अपनी ही नसीहत नहीं मान रहे शिवराज : प्रदेश में कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार के चलते इसकी तीसरी लहर का खतरा मंडराने लगा है। इससे बचाव के लिए हर जगह कोविड प्रोटोकॉल के पालन की अपील की जा रही है। शिवराज खुद अपने संबोधनों में लोगों से मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की अपील कर रहे हैं, लेकिन खुद इस पर अमल नहीं कर रहे।
सिंधिया से मिले तो मास्क पहनकर : शनिवार रात को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सीएम शिवराज से भी मुलाकात की। इस दौरान की तस्वीरों में दोनों नेताओं ने मास्क पहन रखे हैं। शिवराज को इसकी सलाह सिंधिया ने दी या उन्हें खुद अपनी गलती का अहसास हुआ, यह नहीं पता। लेकिन मुख्यमंत्री जितनी जल्दी इसे अपनी आदत बना लें, उतना ही अच्छा है।