श्रीलंका के खिलाफ दूसरे क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन एक समय 24 रन पर पांच विकेट गंवा चुकी बांगलादेश की टीम संघर्ष कर रही थी लेकिन तभी उन्हें अपने स्टार बल्लेबाज लिटन दास और मुशफिकुर रहीम का सहारा मिला। दोनों ने नाबाद शतक लगाया और अपनी टीम को पहले दिन का खेल समाप्त होने पर पांच विकेट के नुकसान पर 277 रन तक पहुंचा दिया। लिटन ने 221 गेंद में 16 चौकों और एक छक्के से नाबाद 135 रन की पारी खेलने के अलावा मुशफिकुर (नाबाद 115) के साथ छठे विकेट के लिए 253 रन की अटूट साझेदारी की। बांग्लादेश की ओर से छठे विकेट के लिए यह पहली दोहरी शतकीय साझेदारी है।
मुशफिकुर 252 गेंद की अपनी पारी में अब तक 13 चौके जड़ चके हैं। बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया जिसे गलत साबित करने में रजिता और फर्नांडो ने कोई कसर नहीं छोड़ी। पहले मैच में कनकशन (सिर में चोट लगने से बेहोशी जैसी स्थिति) स्थानापन्न खिलाड़ी के रूप में खेलने वाले रजिता ने मैच की दूसरी ही गेंद पर महमूदुल हसन जॉय (00) को बोल्ड किया जबकि फर्नांडो ने दूसरे सलामी बल्लेबाज तमीम इकबाल (00) को प्रवीण जयविक्रम के हाथों कैच कराके बांग्लादेश का स्कोर दूसरे ओवर में 2 विकेट पर छह रन किया।
बांग्लादेश के कप्तान मोमीनुल हक एक बार फिर नाकाम रहे और नौ रन बनाने के बाद छठे ओवर में फर्नांडो की गेंद पर विकेटकीपर निरोशन डिकवेला को कैच दे बैठे। रजिता ने अगले ओवर में नजमुल हुसैन (08) और अनुभवी शाकिब अल हसन (00) को लगातार गेंदों पर आउट करके बांग्लादेश का स्कोर पांच विकेट पर 24 रन किया।
कामिंदु को कुसल मेंडिस की जगह क्षेत्ररक्षण के लिए उतारा गया था जिन्हें सुबह के सत्र के आखिरी ओवर में सीने में दर्द के बाद ढाका के एक अस्पताल में ले जाया गया। बाद में हालांकि उन्हें मैच में खेलते रहने की स्वीकृति मिल गई। लिटन और मुशफिकुर ने दूसरे सत्र में 87 जबकि खराब रोशनी के कारण पांच ओवर पहले खत्म किए गए अंतिम सत्र में 124 रन जोड़कर बांग्लादेश को बेहद खराब शुरुआत से उबारा।