ब्रिटेन के खुफिया प्रमुख ने मंगलवार को एक दुर्लभ सार्वजनिक भाषण में कहा कि चीन, रूस, ईरान और अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद नाटकीय बदलाव के इस दौर में ‘बड़े चार’ सुरक्षा खतरे हैं। ब्रिटिश विदेशी खुफिया सेवा एमआई6 के प्रमुख रिचर्ड मूर ने कहा कि चीन जैसे देश संप्रभुता और लोकतंत्र को खत्म करने के लिए ‘कर्ज के जाल, डेटा खुलासे’ का उपयोग कर रहे हैं।
पिछले साल कार्यभार संभालने के बाद से अपने पहले सार्वजनिक भाषण में खुफिया प्रमुख ने कहा कि यह खतरों की बदलती प्रकृति है जिसके लिए अधिक खुलेपन की आवश्यकता है, जिसने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ‘डिजिटल युग में मानव खुफिया’ विषय पर दुर्लभ संबोधन के लिए प्रेरित किया। मूर ने लंदन स्थित इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट फॉर स्ट्रेटेजिक स्ट्डीज (आईआईएसएस) में अपने संबोधन में कहा कि रूस, चीन और ईरान लंबे समय से तीन बड़े खतरे रहे हैं तथा चौथा बड़ा खतरा अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद है।
चीन ने कर्ज के जाल में युंगाडा को फंसाया : उन्होंने अपने भाषण में रूस, ईरान और चीन से विभिन्न तरह के खतरे की प्रकृति का उल्लेख किया। युगांडा सरकार ने कर्ज चुकाने में विफल रहने के कारण अपना प्रमुख हवाई अड्डा चीन के हाथों गंवा दिया है। अफ्रीकी मीडिया की रिपोर्ट से यह जानकारी मिली। टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, सरकार चीन के साथ एक लोन एग्रीमेंट को पूरा करने में विफल रही है, जिसमें उसके एकमात्र हवाई अड्डे को संलग्न करने की चुकौती शर्तें थीं।
यूक्रेन के लिए खतरा बने रूस को मिली चेतावनी : रिपोर्ट में कहा गया है कि एंटेबे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और अन्य युगांडा की संपत्तियां कुर्क की गईं और चीनी ऋणदाताओं की ओर से ऋण की मध्यस्थता पर कब्जा करने पर सहमति व्यक्त की गई। वहीं नाटो ने रूस को चेतावनी दी है कि यूक्रेन को अस्थिर करने की कोई भी कोशिश एक महंगी गलती साबित हो सकती है। रूस ने आरोपों से इनकार किया है और इस बात का भी खंडन किया है कि वह यूक्रेन पर हमले की योजना बना रहा है। जर्मनी के विदेश मंत्री हाइको मास ने कहा कि किसी भी तरह के आक्रमण के लिए रूस को भारी कीमत चुकानी होगी।