फ्रांस के राष्ट्रपति इम्मैन्युअल मैक्रों ने बुधवार को दावा किया है कि देश की सेना ने इस्लामिक आतंकी अदनान अबु वालिद अल-सहरावी को मार गिराया है। ग्रेटर सहारा में अदनान इस्लामिक स्टेट का नेता था। मैक्रों ने एक ट्वीट में इस बात की जानकारी दी लेकिन यह नहीं बताया कि इस ऑपरेशन को कहां अंजाम दिया गया।
ग्रेटर सहारा के इस्लामिक स्टेट को माली, नाइजर और बुर्कीना फासो के क्षेत्र में ज्यादातर जिहादी हमलों के लिए जिम्मेदार माना जाता है। ट्राई-बॉर्डन क्षेत्र इस्लामिक स्टेट के साथ-साथ अलकायदा से जुड़े ग्रुप फॉर द सपॉर्ट ऑफ इस्लाम ऐंड मुस्लिम्स (GSIM) के निशाने पर भी रहता है।
इस्लामिक स्टेट का आतंक : मैक्रों ने ट्वीट में कहा है कि साहेल में आतंकी गुटों के खिलाफ जंग में यह एक बड़ी सफलता है। सहरावी पश्चिम अफ्रीका के साहेल क्षेत्र में इस्लामिक स्टेट का नेता था। उसके संगठन ने साल 2017 में अमेरिकी सैनिकों पर नाइजर में घातक हमला किया था। अगस्त 2020 में सहरावी ने खुद फ्रांस के 6 चैरिटी वर्कर्स की हत्या का आदेश दिया था। उनके नाइजीरियाई मूल के ड्राइवर को भी नहीं बख्शा गया था।
फ्रांस आधी करेगा सेना : इससे पहले मैक्रों ने जुलाई में कहा था कि फ्रांस जल्द ही साहेल में अपनी सेनाओं को नई शक्ल देगा जहां इस्लामिक आतंकियों के खिलाफ उसने मोर्चा संभाल रखा है। धीरे-धीरे सैन्य मौजूदगी को आधा करने का प्लान है। जून में मैक्रों ने ऐलान किया था कि फ्रांस की ऐंटी-जिहाद बरखेन फोर्स को साहेल में आठ साल के ऑपरेशन के बाद स्थानीय सेना को मजबूत करेगी।
‘जारी रहेगी जंग’ : मैक्रों ने एक ट्वीट में कहा, ‘देश आज फ्रांस के उन सभी हीरोज को याद कर रहा है जो साहेल में ऑपरेशन बरखेन में शहीद हो गए, उनके परिवारों के बारे में और उनके घावों के बारे में सोच रहा है…उनका बलिदान बेकार नहीं जाएगा। हम अपने अफ्रीकी, यूरोपियन और अमेरिकी साथियों के साथ मिलकर यह जंग जारी रखेंगे।’