फिक्की तथा सैम ग्लोबल विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में “इलनेसे से वेलनेस तक” विषय पर एक वेबीनार आयोजित किया गया, जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग ने विस्तार से मध्य प्रदेश में कोरोना काल में आमजन हेतु किये गए प्रयासों को बताया। श्री सारंग ने कोरोना विजय में आयुर्वेद, योग, एलोपैथी तथा अन्य विधाओं के योगदान भी सराहना करते हुए सरकार द्वारा काढ़ा वितरण, मुफ्त इलाज दवा वितरण इत्यादि का ज़िक्र किया I मंत्री महोदय ने इस विकट कोरोना काल में फिक्की 4 जैसे संगठनों, सैम ग्लोबल विश्वविद्यालय जैसे शैक्षणिक संस्थानों के सामजिक हित में किये गए अवदानों की पूरी पूरी प्रशंसा की।
} फिक्की के अध्यक्ष श्री प्रदीप मुल्तानी जी ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में फिक्की द्वारा सतत रूप किये जाने वाले सामाजिक कार्यों विशेषरूप से स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्यों का विस्तार से वर्णन किया I श्री मुल्तानी ने मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य सेवाओं कि सराहना करते हुए सुझाव दिया कि यदि किसानों को औषधीय पौधों की खेती हेतु प्रोत्साहित किया जाए तो मोदी सरकार द्वारा किसानों कि आय दुगुनी करने का लक्ष्य आसानी से पाया जा सकता है।
} फिक्की मध्य प्रदेश के सह – चेयर तथा सैम ग्लोबल विश्वविद्यालय की चान्सलर इंजी. प्रीति सलूजा ने अपने स्वागत भाषण में वेलनेस की संकल्पना तथा आज के वर्तमान परिदृश्य में वेलनेस की उपयोगिता पर विस्तार से प्रकाश डाला। चान्सलर सलूजा ने बिमारी से वेलनेस की यात्रा में आयुर्वेद, योग, एलोपैथी की भूमिका पर चर्चा की।
} वेबीनार में डायरेक्टर, CYTER तथा अध्यक्ष, अंतर्राष्ट्रीय योग शिक्षा तथा शोध केंद्र, पांडिचेरी डॉ. अनंत बालयोगी भावनानी ने वेलनेस प्राप्ति में योग के सहायक घटकों को तार्किक तथा व्यवहारिक रूप में रखा।
} अमृता शोध केंद्र, केरल के शोध निदेशक डॉ. पी. राम मनोहर ने आयुर्वेद के निगूढ़ पक्ष को सरलतम तथा दैनिक दिनचर्या में अपनाने के नुस्खे बताये I
} शासकीय मेडिकल कॉलेज, दतिया कि प्रोफेसर तथा विभागाध्यक्ष डॉ. सीमा महंत ने व्याधि प्रतिरोधक क्षमता में सहायक तमाम कारक तत्वों विशेषतः खान पान तथ रहन सहन के बारे में उपयोगी जानकारियाँ दी।
} कार्यक्रम का संचालन फिक्की के सहायक सचिव श्री विवेक शिगल ने तथा धन्यवाद ज्ञापन सगे ग्रुप के वाइस चेयरमैन डॉ. प्रशांत जैन ने किया।
previous post