फिल्म, विज्ञापनों और दुकानों में पीरियड्स शब्द आम सुनने को मिलता है लेकिन फिर भी कई लड़कियां नहीं जानती कि महावारी या पीरियड्स क्या होते हैं। ग्रामीण इलाकों में तो इसे एक बीमारी की तरह देखा जाता है जो गलत है। इसमें सिर्फ पुरुष ही नहीं बल्कि 80% महिलाएं भी शामिल है। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि महावारी यानी पीरियड्स क्या होते हैं।
80% लड़कियां आज भी अंजान : टीनएजर्स गर्ल्स को जब पहली बार महावारी होती है तो उन्हें पता ही नहीं चलता कि क्या हो रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि लड़कियों को पीरियड्स आने से पहले कोई जानकारी नहीं दी जाती।
लड़कियों को ही क्यों आते हैं पीरियड्स? : लड़कियों को पीरियड्स शुरू होने का मतलब है कि उनके अंडाश्यों अब अंडे बनाने के लिए विकसित हो गए हैं, जो प्रेगनेंसी के लिए बहुत जरूरी है। यही वजह है कि सिर्फ लड़कियों को ही पीरियड्स आते हैं।
हर महीने क्यों आते हैं Periods? : दरअसल, महिलाओं के अंडाशय में लाखों की संख्या में अंडाणु मौजूद होते हैं। जब लड़की यौवनवस्था में आती है तो महीने में एक बार अंडा परिपक्व होकर अंडाशय से गर्भाश्य में आता है। तब प्रेगनेंसी की तैयारी में यूट्रस का भीतरी हिस्सा मोटा होने लगता है। अगर अंडा फर्टिलाइज यानी किसी स्पर्म से निषेचित नहीं होता तो वह गर्भाशय में नहीं ठहरता और यूट्रस की दीवार से खून के रूप में योनि से बाहर आ जाता है। इसी क्रिया को मासिक धर्म कहा जाता है।
प्रेगनेंसी में क्यों रुक जाते हैं पीरियड्स? : वहीं, जब अंडा फर्टिलाइज़्ड हो जाता है तो वह गर्भाशय की परत से जुड़कर बढ़ने लगता है और झड़ता नहीं है इसलिए प्रसव होने तक (पूरे 9 महीनों के लिए) पीरियड्स रुक जाते हैं।
पीरियड्स अनियमित होने के कारण क्या है? : आम तौर पर मासिक धर्म चक्र 21 से 35 दिनों तक का हो सकता है लेकिन जरूरी नहीं कि हर लड़की का पीरियड्स चक्र एक समान हो। पहले पीरियड्स का चक्र लंबा होना स्वाभाविक है, जो बढ़ती उम्र के साथ-साथ कम व नियमित होता जाता है। चूंकि इसमें हार्मोन्स जैसी की मुख्य भूमिका होता है इसलिए कई बार इसमें दिक्कतें भी आने लगता जैसे पीरयड्स देर से आदि, कम आना, लाइटर ब्लीडिंग आदि।
क्या होता है मेनोपॉज? : 45 से 55 की उम्र में महिलाओं को पीरियड्स आना बंद हो जाते हैं, जिसे मेनोपॉज कहा जाता है | दरअसल, एक उम्र के बाद महिलाओं के अंडाशय अंडे बनाना बंद कर देते हैं और तब गर्भाशय की परत भी मोटी नहीं होती। तब महावारी नहीं होती, जिसका मतलब यह भी है कि महिलाएं अब मां नहीं बन पाएंगी।