यूक्रेन में जारी युद्ध के बीच रूस ने आरएस-28 सरमत मिसाइल का परीक्षण (RS-28 Sarmat Test) कर तहलका मचा दिया है। यह मिसाइल (RS-28 Sarmat Missile) नेक्स्ट जेनरेशन के परमाणु वॉरहेड के साथ हमला करने में सक्षम है। इसकी ऑपरेशनल रेंज 18000 किलोमीटर (RS-28 Sarmat Range) से ज्यादा की है। इस परीक्षण की जानकारी खुद रूस के राष्ट्रपति राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin Missile Test) ने दी है। उन्होंने बताया कि रूस ने सरमत अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। ऐसे में क्रेमलिन के दुश्मनों को अब दो बार सोचना होगा। कुछ दिनों पहले ही अमेरिका और यूक्रेन ने आशंका जताई है कि यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के लिए पुतिन परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
दुश्मन अब दो बार सोचेंगे: पुतिन : पुतिन ने कहा कि मैं सरमत अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल के सफल प्रक्षेपण पर आपको बधाई देता हूं। यह वास्तव में अनूठा हथियार है, जो हमारे सशस्त्र बलों की युद्ध क्षमता को मजबूत करेगा। बाहरी खतरों से रूस की सुरक्षा को मजबूती से सुनिश्चित करेगा और जो लोग आक्रामक बयानबाजी की गर्मी में, हमारे देश को धमकी देने की कोशिश करते हैं, वे दो बार सोचें।
कितनी ताकतवर है सरमत मिसाइल : RS-28 सरमत सुपरहैवी इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल है। इसकी कमान रूस की स्ट्रैटजिक रॉकेट फोर्सेज के हाथ में होती है। इस मिसाइल को रूसी कंपनी मेकयेव रॉकेट डिज़ाइन ब्यूरो ने डिजाइन किया है। यह मिसाइल 2009 से अंडर ट्रायल है, इसे 2022 में ही रूसी सेना में कमीशन करने का प्लान है। ऐसे में वर्तमान परीक्षण को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। इस मिसाइल का मास 208.1 मीट्रिक टन है, जबकि लंबाई 35.5 मीटर और गोलाई 3 मीटर है। एक RS-28 सरमत मिसाइल के अंदर 10 से 15 वॉरहेड लगे होते हैं, जो दूसरे फेज में हाई स्पीड से अलग-अलग जगहों पर निशाना साध सकते हैं।
25560 किलोमीटर /घंटा की है स्पीड : भारी भरकम RS-28 सरमत मिसाइल को पावर देने के लिए आरडी-274 लिक्विड रॉकेट इंजन लगाया गया है। इस मिसाइल की ऑपरेशन रेंज 18000 किलोमीटर है। यह मिसाइल मैक 20.7 (लगभग 25560 किलोमीटर /घंटा) की स्पीड से उड़ान भर सकती है। इस मिसाइल को एस-400 के जैसे साइलो से लॉन्च किया जा सकता है। RS-28 सरमत को रूस का सबसे खतरनाक रणनीतिक हथियार माना जाता है। इस मिसाइल का अनावरण 1 मार्च 2018 को खुद राष्ट्रपति पुतिन ने किया था। यह मिसाइल 10 टन तक के विस्फोटकों को ले जाने में सक्षम है।