एमपी की उमरिया पुलिस ने सीबीआई का फर्जी डिप्टी कमिश्नर बन नौकरी लगाने के नाम पर फ्रॉड करने वाला आरोपी को छत्तीसगढ़ के रायपुर से गिरफ्तार किया है। आरोपी को एक युवती की शिकायत पर पकड़ा गया जिसे नौकरी दिलाने का वादा कर उसने दो लाख 35 हजार रुपये ठग लिए थे। पुलिस ने आरोपी पर पांच हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था।
मामला उमरिया कोतवाली थाना क्षेत्र के सुभाष गंज का है। यहां रहने वाली लीलावती यादव ने 28 जुलाई को शिकायत दर्ज कराई थी। युवती ने बताया कि डिंडोरी निवासी आरोपी अनिरुद्ध सिंह परस्ते ने खुद को सीबीआई का डिप्टी कमिश्नर बताया और नौकरी दिलाने का झांसा देकर कई किस्तों में उससे 2,35,000 रुपये अपने खाते में डलवाया।
आरोपी ने सोशल मीडिया के जरिये युवती से पहले दोस्ती की। लीलावती को विश्वास में लेकर आरोपी ने उसे ऑनलाइन पढ़ाना भी चालू कर दिया। युवती ने नौकरी की बात ही तो आरोपी ने पैसे की मांग रख दी। जब पैसे उसके खाते में चले गए तो उसने युवती से दूरियां बनानी चालू कर दी।
युवती को इस बात की भनक लगी कि उसके साथ फर्जीवाड़ा हो गया उसने कानून की शरण ली। फर्जीवाड़े की जानकरी लगते ही पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला पंजीबद्ध कर अनिरुद्ध सिंह परस्ते की तलाश करनी शुरू कर दी। पुलिस को उसकी लोकेशन छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मिली। इसके बाद एक टीम गठित की गई जिसने रायपुर के पुलिस हाउसिंग कॉलोनी से उसे गिरफ्तार कर लिया।