ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने रूस-यूक्रेन संकट के समाधान के लिए रविवार को छह सूत्री योजना पेश की और संघर्ष समाप्त करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रयासों में तेजी लाने की वकालत की। अगले सप्ताह लंदन में 10 डाउनिंग स्ट्रीट पर दुनिया भर के नेताओं की मेजबानी करने से पहले ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ में अपने लेख में जॉनसन ने दोहराया है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन को ‘सेना के बल पर’ पर अंतरराष्ट्रीय नियमों को फिर से लिखने में किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने देना चाहिए।
जॉनसन लिखते हैं, ‘पुतिन को असफल होना चाहिए और इस आक्रामक कदम में उन्हें असफल होना ही चाहिए। नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के प्रति समर्थन व्यक्त करने के लिए यह पर्याप्त नहीं है… हमें सैन्य ताकत के बल पर नियमों को फिर से लिखने के प्रयास का बचाव करना चाहिए।’ उन्होंने लिखा है, ‘दुनिया देख रही है। यहां भविष्य के इतिहासकार नहीं, बल्कि यूक्रेन के लोग हमारे जज बनेंगे।’ जॉनसन की रणनीति में शामिल छह बिन्दू हैं…
1) दुनिया के नेताओं को यूक्रेन के लिए ‘अंतरराष्ट्रीय मानवीय गठबंधन’ बनाना चाहिए।
2) उन्हें यूक्रेन को ‘आत्मरक्षा के उसके प्रयासों’ का भी समर्थन करना चाहिए।
3) रूस पर आर्थिक दबाव को और बढ़ाना चाहिए।
4) अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यूक्रेन के खिलाफ रूस की कार्रवाई के ‘धीरे-धीरे सामान्यीकरण’ का विरोध करना चाहिए।
5) युद्ध का कूटनीतिक समाधान निकाला जाना चाहिए, लेकिन यूक्रेन की वैध सरकार की पूर्ण भागीदारी के साथ।
6) उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) देशों के बीच ‘सुरक्षा और लचीलेपन को मजबूत बनाने के लिए त्वरित अभियान’ चलाया जाना चाहिए।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और डच प्रधानमंत्री मार्क रूते सोमवार को जॉनसन से मिलेंगे। मंगलवार को चेक गणराज्य, हंगरी, पोलैंड और स्लोवाकिया के नेता भी ब्रिटिश प्रधानमंत्री से मिलेंगे।