उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के यहां शिखर सम्मेलन के अंतिम दिन अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि उनका प्रशासन जल्द ही रूस के आक्रमण से लड़ने के लिए यूक्रेन को 80 करोड़ अमेरीकी डालर की सुरक्षा सहायता प्रदान करेगा। बाइडेन ने कहा कि नई सहायता में उन्नत वायु रक्षा प्रणाली, काउंटर बैटरी रडार और हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम या एचआईएमएआरएस के लिए अतिरिक्त गोला बारूद शामिल होगा, जिसे प्रशासन पहले ही यूक्रेन भेज चुका है।
बाइडेन बोले- हम यूक्रेन के साथ बने रहेंगे : बाइडेन ने कहा कि आने वाले दिनों में उनका प्रशासन यूक्रेन को दिए जाने वाले पैकेज का औपचारिक रूप से विस्तार करेगा। सहायता का नवीनतम दौर अमेरिकी कांग्रेस से पिछले महीने पारित सुरक्षा और आर्थिक सहायता के 40 अरब अमरीकी डालर के पैकेज का हिस्सा है। इस पैकेज पर बाइडन ने हस्ताक्षर किये हैं। नाटो सम्मेलन में बाइडेन ने कहा कि यह दुनिया के लिए एक नाजुक स्थिति है। उन्होंने यूक्रेन के लिए अपने दीर्घकालिक समर्थन पर जोर देते हुए कहा, कि हम यूक्रेन के साथ बने रहेंगे।
यूरोप में अमेरिकी सैन्य शक्ति बढ़ाएंगे बाइडेन : जो बाइडेन ने एक दिन पहले ही रूस के खिलाफ यूरोप में अमेरिकी सैन्य शक्ति को बढ़ाने का ऐलान किया था। बाइडेन ने नाटो महासचिव जेन्स स्टोल्टेनबर्ग से मुलाकातके दौरान कहा कि नाटो मजबूत और एकजुट है और इस सम्मेलन में उठाये जाने वाले कदम हमारी सामूहिक शक्ति को और बढ़ाएंगे। बाइडेन ने कहा कि अमेरिका पोलैंड में एक स्थायी मुख्यालय स्थापित कर रहा है, दो अतिरिक्त एफ-35 लड़ाकू विमान के बेड़े को ब्रिटेन भेज रहा है और जर्मनी तथा इटली में भी और अधिक वायु रक्षा तथा अन्य क्षमता वाली प्रणालियां भेजेगा।
नाटो समिट में शक्ति बढ़ाने पर सहमति : उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के नेताओं ने कहा है कि पूर्वी यूरोप में गठबंधन के बलों को रूस के खिलाफ एक प्रतिरोध के रूप में मजबूत करना मैड्रिड शिखर सम्मेलन की एक प्रमुख प्राथमिकता है। ब्रिटिश प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि नाटो को पिछले कुछ महीनों से सबक लेने और पूर्वी हिस्से की अपनी स्थिति को संशोधित करने की आवश्यकता है। पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा ने कहा कि रूस के समीप स्थित सदस्यों के लिए अपने तीव्र प्रतिक्रिया बल को बढ़ाने की नाटो की प्रतिबद्धता से यूरोप सुरक्षित होगा। उन्होंने कहा कि रूस, यूरोप के लिए एक खतरा है और न केवल यूरोप के लिए बल्कि पूरे नाटो के लिए खतरा है।
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