उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के विदेश मंत्रियों ने मंगलवार को रूस को आगाह किया कि यूक्रेन को और अस्थिर करने की कोई भी कोशिश एक महंगी गलती होगी। वहीं, इस बात को लेकर चिंता बढ़ रही है कि मॉस्को अपने पड़ोसी पर हमला करने की तैयारी कर रहा है। नाटो इस बात से परेशान है कि रूस ने यूक्रेन की उत्तरी सीमा के पास भारी संख्या में उपकरण व सैनिकों को तैनात कर दिया है।
यह हिस्सा बेलारूस से ज्यादा दूर नहीं है। यूक्रेन ने कहा है कि इस साल के शुरू में पश्चिमी रूस में व्यापक युद्धाभ्यास के बाद से उनकी साझा सीमा पर रूस ने करीब 90 हजार सैनिक तैनात रखे हुए हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने पिछले हफ्ते कहा था कि उनके देश की खुफिया एजेंसी ने इसका पता लगाया है कि देश में रूस के समर्थन से सरकार का तख्ता पलटने की साजिश रची जा रही है।
ब्लिंकन बोले- सीमा पर गतिविधियों से हम चिंतिंत : रूस ने आरोपों से इनकार किया है और इस बात का भी खंडन किया है कि वह यूक्रेन पर हमले की योजना बना रहा है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा, ‘हमने यूक्रेन की सीमा पर जो गतिविधियां देखी हैं, उसे लेकर हम बहुत चिंतित हैं। हम जानते हैं कि रूस अक्सर उन प्रयासों को किसी देश को अस्थिर करने के आंतरिक प्रयासों के साथ जोड़ता है। यह एक साजिश का हिस्सा है और हम इसे बहुत करीब से देख रहे हैं।’
रूस को चुकानी होगी भारी कीमत : उन्होंने नाटो में अपने समकक्षों के साथ लातविया के रीगा में वार्ता से पहले कहा कि किसी भी आक्रमण के गंभीर परिणाम होंगे। जर्मनी के विदेश मंत्री हाइको मास ने कहा कि किसी भी तरह के आक्रमण के लिए रूस को भारी कीमत चुकानी होगी।