दिवाली ऐसा त्योहार है, जो दूर रह रहे अपनों को भी फिर से एक होने का मौका देता है। इस पर्व को मनाने के लिए लोग दूर-दूर से सफर कर अपने घर लौटते हैं, ताकि वे सबके साथ दीपावली मना सकें। साथ में समय बिताना, एक-दूसरे को तोहफे देना और मिलकर तैयार किए स्वादिष्ट व्यंजनों का मजा लेना, इस फेस्टिवल को हमेशा एक मिठी याद बना देता है। हालांकि, इन खुशियों से भरे पलों पर तब ग्रहण लग सकता है, जब व्यक्ति कुछ बातों का ख्याल न रखे।
शॉपिंग से जुड़ी बात : दिवाली के लिए मार्केट से कई तरह की चीजें लानी पड़ती हैं। इसमें कपड़ों से लेकर डेकोरेशन का सामना, पूजा सामग्री आदि शामिल हैं। ये सब जब लेने जाएं, तो उससे पहले एक लिस्ट तैयार कर लें और उसे लेकर परिवार की राय भी जरूर लें। सबकुछ अपने हिसाब से लाना और करना, दूसरों को कटा-कटा सा महसूस करवा सकता है। आपकी पसंद उनकी पसंद से मेल खाती हो, ये भी जरूरी नहीं है। ऐसे में बेहतर यही है कि सब मिलकर चीजों की लिस्ट बनाएं और एक मिडिल पॉइंट पर आते हुए ये तय करें कि कौन सी चीज कैसी और कितनी आनी है।
काम में लें बराबर की जिम्मेदारी : इस पर्व को लेकर जिस तरह से तैयारी की जाती है, वो शादी की तैयारी के मुकाबले कम नहीं है। पूरे घर में एक-एक कोने की और हर चीज की सफाई। दिवाली के लिए खासतौर पर बनाए जाने वाले चूड़े, चकली, गुझिया, लड्डू जैसे पकवान भी पहले से बनना शुरू हो जाते हैं, क्योंकि इन्हें तैयार करना काफी मेहनतभरा काम होता है।
ये काम सब मिलकर करें, तो ठीक है, लेकिन अगर किसी एक पर इसका भार आ जाए, तो व्यक्ति इतना थक जाता है कि वह इरिटेट होने लगता है। इसका असर घर की शांति पर भी पड़ता है और छोटी सी बात पर भी नाराजगी या बहस होने की आशंका बढ़ जाती है।
गेम्स खेलने के दौरान भावनाओं पर रखें काबू : गेम चाहे जो भी हो, उसमें आपसी कॉम्पिटिशन की भावना आ ही जाती है। ये जब तक लिमिट में रहे, तब तक शांति बनी रहती है। वहीं, जब खेलने के दौरान अपनी भावनाओं पर लोग काबू खोने लगते हैं और हार-जीत पर बिग रिएक्शन देना शुरू कर देते हैं, तो माहौल बदलने लग जाता है। ऐसी स्थिति में कई बार लोग आपस में भिड़ तक जाते हैं। इसलिए अगर आपका दिवाली पर सबके साथ बोर्ड गेम्स खेलने का प्लान है, तो इमोशन्स का खासतौर पर ख्याल रखें।
शराब से रहें दूर : नशे में इंसान ये तक भूल जाता है कि उसका वास्तविक व्यक्तित्व क्या है। यही चीज कई तरह की घटनाओं को जन्म देती है। शराब के नशे में पटाखे चलाने से लेकर ड्राइव करने की गलती करना जिंदगी पर भारी पड़ सकता है। वहीं नशे में होने पर कुछ गलत बोल जाना, रिश्ते में हमेशा के लिए खटास डाल सकता है। बेस्ट यही है कि इस पर्व पर व्यंजन का मजा लें, शराब का नहीं।