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November 22, 2024
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टेस्ला सीईओ के ऑफर पर फिर से विचार कर रही कंपनी, अब एलन मस्क का हो जाएगा ट्विटर?

दुनिया के सबसे अमीर लोगों में शामिल और टेस्ला कंपनी के सीईओ एलन मस्क के ट्विटर खरीदने की चर्चा एक बार फिर से जोर पकड़ रही है। खबर है कि ट्विटर इंक ने एलन मस्क के 43 अरब डॉलर के प्रस्ताव पर फिर से विचार करना शुरू कर दिया है। वॉल स्ट्रीट जर्नल की खबर के अनुसार घटना की जानकारी रखने वाले जुड़े सूत्रों के अनुसार रविवार को दोनों पक्षों के बीच बिड को लेकर एक मीटिंग हुई। इसके बाद से यह चर्चा जोर पकड़ रही है कि क्या अब ट्विटर एलन मस्क का हो जाएगा। मस्क ने पिछले हफ्ते खुलासा किया कि उनके पास 46.5 बिलियन डॉलर का फाइनेंसिंग है।
9.2 फीसदी हिस्सेदारी ले चुके हैं मस्क : इससे पहले एलन मस्क ट्विटर (Twitter Inc) को खरीदने के लिए भारी रकम देने को तैयार बैठे हैं। मस्क ने ट्विटर के हर एक शेयर के लिए 54.20 डॉलर देने की पेशकश रखी है। इस हिसाब से कंपनी की वैल्यू 43 अरब डॉलर के आसपास होती है। एलन मस्क पहले ही ट्विटर में 9.2 फीसदी हिस्सेदारी खरीद चुके हैं। अपने ऑफर के साथ ही उन्होंने ट्विटर को आगाह भी किया है कि अगर उनका ऑफर नहीं माना गया तो वह कंपनी में अपने निवेश पर नए सिरे से विचार कर सकते हैं।
54.20 डॉलर प्रति शेयर के भाव पर ऑफर : एलन मस्क के पास सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर को खरीदने के लिए 46.5 अरब डॉलर का फाइनेंस तैयार है। मस्क ने गुरुवार को जानकारी दी थी कि वह ट्विटर के साथ एक समझौते पर बातचीत करने की कोशिश में हैं। मस्क ने पिछले सप्ताह 54.20 डॉलर प्रति शेयर के भाव पर ट्विटर को खरीदने का ऑफर दिया था। यह राशि करीब 43 अरब डॉलर बैठती है। टेस्ला के चीफ एग्जिक्यूटिव अधिकारी मस्क ने अमेरिका के मार्केट रेगुलेटर के पास दिए डॉक्यूमेंट्स में कहा था कि वह ट्विटर के सभी शेयरों को 54.20 डॉलर के हिसाब से नकद के रूप में खरीदने के लिए एक बिड प्रप्रोजल की संभावना तलाश रहे हैं।
बोर्ड में शामिल करने की पेशकश, किया इनकार : मस्क ने करीब दो हफ्ते पहले ट्विटर में हिस्सेदारी खरीदने का खुलासा किया था। वह ट्विटर में 9.2 फीसदी हिस्सेदारी खरीदकर सबसे बड़े स्टेकहोल्डर बन गए थे। इसके बाद से ही ट्विटर और मस्क में खूब खींचतान चल रही है। कुछ समय पहले ट्विटर ने दावा किया था कि एलन मस्क कंपनी के बोर्ड का हिस्सा बन सकते हैं। हालांकि, मस्क की तरफ से इस ऑफर को ठुकरा दिया गया था। इसके बाद से ही अटकलों का बाजार गर्म था कि मस्क जबरन कंपनी का अधिग्रहण कर सकते हैं।

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