श्रीलंकाई टीम ने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत जिमबाब्वे को तीसरे वनडे में 184 रनों से हरा दिया। यह रनों के मामले में श्रीलंकाई टीम की वनडे में 10वीं बड़ी जीत रही। श्रीलंका की जीत में जेफरी वेंडरसे की गेंदबाजी सबसे खास रही। उन्होंने मात्र 10 रन देकर चार विकेट चटकाई जिससेे जिमबाब्वे की टीम 255 रनों का पीछा करते हुए महज 70 रनों पर ऑल आऊट हो गई। जिमबाब्वे की ओर से मात्र दो बल्लेबाज कैटानो और रियान बर्ल दोहरे आंकड़े तक पहुंच पाए।
मैच की बात की जाए तो श्रीलंकाई टीम ने पहले बल्लेबाजी की। दोनों ओपनर्स निसांका और कुशल मेंडिस ने पहले विकेट के लिए 80 रन जोड़े। मेंडिस की 36 रन पर विकेट गिरने के बाद निसांका भी 55 रन बनाकर चलते बने। मध्यक्रम में असलांका ने 52, कप्तान शनाका ने 15 तो करुणारत्ने ने 30 रन बनाकर स्कोर 50 ओवर में 254 रन तक पहुंचा दिया।
जवाब में खेलने उतरी जिमबाब्वे टीम की शुरूआत ही खराब रही। 8वें ओवर तक जिमाब्वे के तीन विकेट गिर चुके थे जबकि स्कोर बोर्ड पर 20 ही रन थे। श्रीलंका के तेज और स्पिन आक्रमक के आगे एक भी जिमबाब्वे का बल्लेबाज टिक नहीं पाया। हालांकि रियान ने जरूर संघर्ष करते रन बनाए लेकिन वह भी टीम को शर्मनाक हार से बचा नहीं पाए। श्रीलंका की ओर से चमीरा ने 2, महीष ने 1, जैफरी वेंडरसे ने 10 रन देकर 4, करुणारत्ने ने 1 तो रमेश मेंडिस ने 2 विकेट लिए।
रनों के मामले में श्रीलंका की सबसे बड़ी जीत
245 रन बनाम भारत (अक्तूबर 2000)
243 रन बनाम बारमूडा (मार्च 2007)
234 रन बनाम पाकिस्तान (जनवरी 2009)
219 रन बनाम इंगलैंड (अक्तूबर 2018)
210 रन बनाम कनाडा (फरवरी 2011)
206 रन बनाम नीदरलैंड (सितंबर 2002)
198 रन बनाम बांगलादेश (मार्च 2007)
195 रन बनाम नीदरलैंड (जुलाई 2006)
191 रन बनाम जिमबाब्वे (नवंबर 1994)
189 रन बनाम न्यूजीलैंड (जनवरी 2007)
184 रन बनाम जिमबाब्वे (जनवरी 2022)