दक्षिण अफ्रीका के कप्तान तेम्बा बावुमा ने कहा कि श्रीलंका के खिलाफ टी20 विश्व कप मैच के दौरान तनावपूर्ण क्षणों में क्विंटन डिकॉक के घुटने के बल नहीं बैठने से जुड़ा विवाद उनके दिमाग में था। बावुमा ने अपनी टीम की दूसरी जीत पर राहत की सांस भी ली। डेविड मिलर ने आखिरी ओवर में दो छक्के लगाये जिससे दक्षिण अफ्रीका ने वानिंदु हसरंगा की हैट्रिक के बावजूद जीत दर्ज की।
बावुमा ने मैच के बाद कहा कि पिछले कुछ दिनों में जो कुछ हुआ है, उसे भुलाना काफी मुश्किल है। यह बात दिमाग में थी लेकिन हमें अपने काम पर ध्यान देना था। मैं थोड़ा तनाव में था। वेस्टइंडीज के खिलाफ मंगलवार को मैच से कुछ घंटे पहले क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) ने अचानक निर्देश जारी किया कि सभी खिलाड़ियों को टूर्नामेंट के दौरान प्रत्येक मैच से पहले घुटने के बल बैठना होगा जिससे विवाद खड़ा हो गया।
सीनियर बल्लेबाज डिकॉक ने इसका पालन नहीं किया और मैच से हटने का फैसला किया, लेकिन ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ (बीएलएम) आंदोलन के समर्थन में ऐसा करने की सहमति जताने के बाद वह श्रीलंका के खिलाफ शनिवार के मैच में खेले। मैच के बारे में बावुमा ने कहा कि उन्हें मिलर पर पूरा भरोसा था।
उन्होंने कहा कि डेविड ने लंबे समय से हमारे लिए ऐसी पारी नहीं खेली थी। श्रेय उन्हें जाता है। वह बहुत करारे शॉट जमाते हैं। श्रीलंका के कप्तान दासुन शनाका ने लाहिरू कुमारा को आखिरी ओवर देने के फैसले का बचाव किया जिस पर मिलर ने दो छक्के और कागिसो रबाडा ने विजयी चौका लगाया। उन्होंने कहा कि लाहिरू का बचाव करने के लिये मेरे पास पर्याप्त कारण हैं। वह यार्कर करता है और अभ्यास मैचों में उसने शानदार प्रदर्शन किया था और इसलिए मैंने उसे गेंद सौंपी। श्रेय दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों को जाता है। उन्होंने मैच का बहुत अच्छा अंत किया।
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