तालिबान के सत्ता में आने के बाद से लागातार बिगड़ती स्वास्थ्य व्यवस्था से जूझ रहे अफगानिस्तान के लिए भारत मसीहा बनकर सामने आया है। भारत ने मानवीय सहायता के रूप में स्वास्थ्य सामग्री यानि 1.6 मीट्रिक टन जीवन रक्षक दवाओं की पहली खेप अफगानिस्तान भेजी जो शनिवार को काबुल पहुंच गई। भारत में अफगानिस्तान के राजदूत फरीद ममुंडजे ने ट्विटर पर कहा कि यह सहायता इस कठिन समय में कई अफगान परिवारों की मदद करेगी।
“सभी बच्चों को थोड़ी मदद, थोड़ी उम्मीद और उन पर विश्वास करने वाले किसी की जरूरत है। विदेश मंत्रालय ने पहले दिन में कहा था कि अफगानिस्तान में चुनौतीपूर्ण मानवीय स्थिति को देखते हुए भारत सरकार ने वापसी की उड़ान पर चिकित्सा आपूर्ति की एक खेप भेजी है जो भारतीयों और अफगानों को वापस ले आई है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि शुक्रवार को भारत द्वारा किए गए एक निकासी मिशन के एक हिस्से के रूप में ऑपरेशन देवी शक्ति के तहत अफगानिस्तान से हिंदू-सिख अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों सहित 10 भारतीयों और 94 अफगानों को राष्ट्रीय राजधानी में लाया गया।
विदेश मंत्रालय ने कहा, “ऑपरेशन देवी शक्ति” के तहत अब तक कुल 669 लोगों को अफगानिस्तान से निकाला गया है। इसमें सैकड़ों अफगान हिंदू/सिख अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्य शामिल हैं। अगस्त 2021 के महीने में 438 भारतीयों सहित 565 लोगों को अफगानिस्तान से निकाला गया था।