इस गांव से महज 20 किलोमीटर से कम दूरी पर स्थित खारकीव पहुंचने पर ग्रामीणों ने बताया कि वे बेहद खराब परिस्थितियों में बेसमेंट में रहे और उनके पास पर्याप्त पानी, भोजन और बिजली भी नहीं थी।
खारकीव (यूक्रेन): एक महीने से अधिक समय तक रूस के कब्जे में रहे रुस्का लोजावा गांव से सैकड़ों लोगों को निकालकर नजदीकी खारकीव लाया गया है। खारकीव के क्षेत्रीय गवर्नर के अनुसार, भीषण लड़ाई के बाद गांव की लगभग आधी आबादी बसों, कारों या पैदल ही भाग निकली। लड़ाई में रूसी सैनिकों को खदेड़ दिया गया और यूक्रेनी सेना ने गांव को पूरी तरह अपने नियंत्रण में ले लिया है।
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सेना द्वारा पोस्ट किए गए एक वीडियो में सैनिकों को गांव के केंद्र में सरकारी इमारत पर यूक्रेन का ध्वज लहराते हुए देखा गया। हालांकि, बाहरी इलाकों में लड़ाई अभी चल रही है। इस गांव से महज 20 किलोमीटर से कम दूरी पर स्थित खारकीव पहुंचने पर ग्रामीणों ने बताया कि वे बेहद खराब परिस्थितियों में बेसमेंट में रहे और उनके पास पर्याप्त पानी, भोजन और बिजली भी नहीं थी।
यूक्रेन का दावा : रूस-यूक्रेन युद्ध में अपने नाम से तहलका मचाने वाला यूक्रेनी पायलट ‘घोस्ट ऑफ कीव’ मारा जा चुका है। यूक्रेनी अधिकारियों ने बताया कि रूस के 40 से अधिक विमानों को मार गिराने वाले इस पायलट की पिछले महीने युद्ध के दौरान मौत हो गई थी। यूक्रेनी वायु सेना के पायलट मेजर स्टीफन ताराबल्का को ‘घोस्ट ऑफ कीव’ के नाम से जाना जाता है। उन्होंने युद्ध के दौरान अपने मिग-29 लड़ाकू विमान से रूस के कई विमानों को मार गिराया था। उनकी मौत 13 मार्च को रूस के एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइल के हमले में हो गई थी।
आक्रमण के पहले दिन मार गिराए थे रूस के 6 विमान! : दावा किया जाता है कि आक्रमण के पहले दिन ही इस पायलट ने रूस के छह लड़ाकू विमानों को मार गिराया था। जिसके बाद इस यूक्रेनी पायलट की पूरी दुनिया में चर्चा होने लगी थी। खुद यूक्रेनी सरकार ने घोस्ट ऑफ कीव का नाम देकर कई वीडियो भी जारी किए थे। हालांकि, यह भी दावा किया गया कि यूक्रेन अपने सैनिकों को प्रोत्साहित करने के लिए एक काल्पनिक किरदार घोस्ट ऑफ कीव का प्रचार कर रहा है।aa