भले ही दुनिया ने अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए टॉप ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत को भुला दिया हो लेकिन ईरान का वह जख्म अभी भी हरा है। ईरान दो साल बीतने के बाद भी इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स कुद्स फोर्स के कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेने के बात कर रहा है। ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने कमांडर सुलेमानी की मौत की दूसरी बरसी पर बदला लेने की बात कही है। राष्ट्रपति रईसी ने कहा कि ट्रंप को सुलेमानी की हत्या के लिए सजा मिलनी चाहिए नहीं तो ईरान इसका बदला लेगा।
ईरान ने सुलेमानी की मौत की दूसरी बरसी मनाई : राष्ट्रपति रईसी ने कहा टेलीविजन पर अपने भाषण में कहा कि इराक में सुलेमानी के काफिले पर घातक ड्रोन हमले का आदेश देने वाले ‘मुख्य अपराधी और हत्यारे ट्रम्प, पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ और अन्य अपराधियों के सजा के साथ ही प्रतिशोध का सामना करना होगा। ईरान में सोमवार को इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स कुद्स फोर्स के कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत की दूसरी बरसी मनाई गई।
ईरान बोला- 125 लोगों की पहचान की है, सजा दिलाएंगे : ईरान के अंतरराष्ट्रीय मामलों के लिए न्यायपालिका के डिप्टी चीफ काजेम गरीबाबादी ने कहा है तेहरान ने अमेरिका के 125 लोगों की पहचान की है, जो सुलेमानी की हत्या के लिए जिम्मेदार हैं। इनमें से अधिकतक ट्रंप प्रशासन में शामिल वरिष्ठ प्रशासनिक और सैन्य अधिकारी हैं। गरीबाबादी ने कहा कि हम सभी अपराधियों और साजिशकर्ताओं की पहचान करने और उन्हें सजा दिलवाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
2020 में बगदाद में ड्रोन हमले में हुई थी मौत : ईरानी टॉप कमांडर कासिम सुलेमानी को अमेरिका ने दो साल पहले अमेरिकी ड्रोन हमले में मार गिराया था। बगदाद अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा से रवाना हुए उनके काफिले पर किए गए अमेरिकी ड्रोन हमले में वह मारे गए। हमले में ईरान के शक्तिशाली हशद अल-शाबी अर्द्धसैनिक बल के उप प्रमुख और कुछ अन्य ईरान समर्थित स्थानीय मिलिशिया भी मारे गए थे। जनरल सुलेमानी (62) को अयातुल्ला खामेनी के बाद ईरान में सबसे ताकतवर माना जाता था। अमेरिका के इस कदम से दोनो कट्टर प्रतिद्वंद्वियों के बीच खाड़ी क्षेत्र में तनाव नाटकीय रूप से बढ़ गया था।