जहां एकतरफ तालिबान के आने के बाद औरतों और युवाओं का भविष्य अभी तक अंधकार में नजर आ रहा है। वहीं इन दिनों वहां के नाइयों के भविष्य पर भी एक सवाल खड़ा है। आखिर ऐसा क्या है जिससे अफगानिस्तान के नाई डरे हुए हैं?
साल 2001 में डाला था कई लोगों को जेल : साल 2001 में जब अफगानिस्तान में तालिबान का शासन था तो उन्होंने कई नाइयों को जेल में डाला था। उसके पीछे का कारण थे हॉलीवुड के स्टार लियोनार्डो डिकैप्रियो। दरअसल, उनकी मशहूर फिल्म ‘टाइटैनिक’ देखने के बाद लोगों ने उन जैसा ही हेयरकट लेना चाहा। उनका हेयरकट रातोंरात लोगों में फेमस हो गया। जिन नाइयों से लोगों ने यह हेयरकट लिया था, उन्हें इसको लेकर तालिबान ने जेलों में डाला दिया था।
नहीं किया जाए पश्चिमी हेयरकट : धार्मिक मामले के तालिबानी मंत्रालय ने काबुल मे नाइयों को एक नोटिस भेजा था। जिसमें सख्त हिदायत दी गई थी कि विदेश हेयरकट जो भी नाई करेगा उसे छोड़ा नहीं जाएगा। यहां तक कि मशहूर रॉक बैंड ‘द बीटल्स’ के कलाकारों जैसा भी लोगों ने हेयरकट लेना शुरू किया था। बाद में तालिबान के लोग युवाओं को पकड़कर नाई की दुकान पर लेकर जाते और उन्हें गंजा करवा देते थे। इसके बाद तालिबान ने नाइयों को ही इस तरह के हेयरकट देने से मना कर दिया।
अब फिर से चिंतित हैं नाई : अब 20 वर्षों बाद फिर से तालिबान पावर में है। अब लोगों को दाढ़ी भी रखनी पड़ेगी। रॉयटर्स को नाई मोहम्मद आमिन नूरी ने बताया कि तालिबान के आने के बाद उसे इस पेशे के भविष्य को लेकर कुछ नहीं पता है। वो बताते हैं, ‘अब बिलकुल काम नहीं है। पुराने सिस्टम के अनुसार हमारा काम कानून के मुताबिक नहीं था उनका मानना है कि पुरुषों को मेकअप और टैटू करना निषेध है। हर कोई डरा हुआ है मैं खुद डरा हुआ हूं।’
इन सबको भी है खतरा : नाइयों के साथ-साथ संगीत, डांस, खेलों से जुड़े लोगों में भी फिलहाल डर का माहौल बना हुआ है। खासतौर पर महिलाओं को लेकर काफी पाबंदियां हैं। ऐसे में ये देखना होगा कि इस बार तालिबानी सोच कितना बदलती है। क्या वो इस बदलाव को स्वीकारते हैं या फिर से उसी दकियानूसी सोच की लकीर खींचते हैं।