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November 25, 2024
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अफगान सीमा पर बढ़ते तनाव से घबराये इमरान, तालिबान को मनाने खास सिपाहसालार को भेज रहे काबुल

पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर बाड़ को लेकर बढ़ते तनाव से प्रधानमंत्री इमरान खान घबराए हुए हैं। यही कारण है कि आनन-फानन में उन्होंने पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) मुईद यूसुफ को तालिबान को मनाने के लिए काबुल भेजने का ऐलान किया है। आसिफ गफूर के आईएसआई चीफ के पद से छुट्टी के बाद एनएसए मुईद यूसुफ के काबुल भेजने के फैसले की पाकिस्तान में भी खूब चर्चा हो रही है।
दरअसल, इमरान खान इससे पहले तालिबान को मनाने के लिए अपने खास रहे लेफ्टिनेंट जनरल आसिफ गफूर को काबुल भेजा करते थे। लेकिन, आईएसआई चीफ के पद से उनकी छुट्टी होने और पाक सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के साथ संबंधों में तनाव के बाद इमरान खान अब राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मुईद यूसुफ की काबिलियल पर ही निर्भर हैं।
सीमा पर बाड़ वाले विवाद को हल करने की कोशिश : पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी एनएसए अपने दौरे में तालिबान के साथ सीमा पर बाड़ लगाने के विवाद को हल करने की कोशिश करेंगे। यूसुफ को काबुल भेजने का फैसला अफगानिस्तान अंतर-मंत्रालयीन समन्वय प्रकोष्ठ की बृहस्पतिवार को हुई उच्चस्तरीय बैठक में लिया गया। पाक सरकार ने बताया कि एनएसए के नेतृत्व में पाकिस्तानी अधिकारियों का एक वरिष्ठ प्रतिनिधिमंडल सभी सहायता संबंधी विषयों पर अफगान सरकार के साथ आगे साझेदारी के लिए जल्द ही अफगानिस्तान की यात्रा कर सकता है।
17-18 जनवरी को जा सकते हैं काबुल : खबर के अनुसार एनएसए की यात्रा की तारीख अभी तय नहीं हुई है। हालांकि सूत्रों ने संकेत दिया कि यात्रा 17 से 18 जनवरी के दौरान हो सकती है। तालिबान ने अफगान सीमा पर पाकिस्तान की बाड़बंदी पर कड़ा एतराज जताते हुए जंग की धमकी दी है। तालिबान शुरू से ही पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बीच की सीमा यानी डूरंड लाइन को नहीं मानता है। उसका दावा है कि अफगानिस्तान का इलाका वर्तमान सीमा के काफी आगे तक है। यह इकलौता ऐसा मुद्दा है, जिसपर अफगानिस्तान की पूर्व नागरिक सरकार और तालिबान एकमत थे।
डूरंड लाइन को नहीं मानता तालिबान : अफगानिस्तान के बहुसंख्यक पश्तून और तालिबान ने कभी भी डूरंड लाइन को आधिकारिक सीमा रेखा नहीं माना है। तालिबान के शीर्ष प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने अफगानिस्तान पर कब्जे के तुरंत बाद कहा था कि नई अफगान सरकार इस मुद्दे पर अपनी रूख का ऐलान करेगी। उन्होंने दावा किया था कि पाकिस्तान की बनाई बाड़ ने लोगों को अलग कर दिया है और परिवारों को विभाजित कर दिया है। हम सीमा पर एक सुरक्षित और शांतिपूर्ण माहौल बनाना चाहते हैं, इसलिए अवरोध पैदा करने की कोई जरूरत नहीं है।

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