क्या पाकिस्तान के ‘पुतिन’ और ‘शी जिनपिंग’ बनना चाहते हैं इमरान? अपनी ही आवाम ने किया ट्रोल- शर्मनाक कैप्टन!
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर रविवार को वोटिंग होने वाली थी। उनकी सरकार बहुमत खो चुकी थी। लेकिन ऐन वक्त पर उन्होंने संसद भंग करने की सिफारिश की और उसके बाद जो हुआ, वह इतिहास है। बहुमत खो चुके किसी भी प्रधानमंत्री की तरफ से यह कदम उनकी ‘सत्ता के लिए भूख’ को दिखाता है। इमरान खान अपने समर्थकों को संतुष्ट करने के लिए अपने राजनीतिक संकट का ठीकरा पश्चिम पर फोड़ रहे हैं जो उनके लिए एक ‘जोखिम भरा’ कदम हो सकता है।
इमरान खान पाकिस्तान की राजनीति में अलग-थलग पड़ते नजर आ रहे हैं। उनके सहयोगी पीटीआई सरकार से किनारा कर चुके हैं। पाकिस्तान की सियासत और सरकार गठन में अहम भूमिका निभाने वाली सेना भी इमरान के साथ नहीं है। सेना ने कहा है कि वह इसे मामले पर तटस्थ है। इतना ही नहीं सेना ने संसद भंग के फैसले की भी आलोचना की है। खान का बचाव करने में असमर्थ डिप्टी अटॉर्नी जनरल ने भी इस्तीफा दे दिया है। कल तक जो इमरान के साथ खड़े थे, आज उनके खिलाफ खड़े नजर आ रहे हैं।
क्या चुनाव में काम आएगा ‘विदेशी साजिश’ वाला दांव? : फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि अगर अविश्वास प्रस्ताव आगे बढ़ता है तो इमरान खान क्या कदम उठाएंगे। लेकिन कई लोगों को डर सता रहा है कि विपक्षी नेताओं की सामूहिक गिरफ्तारी की जाएगी और संख्या को खान के पक्ष में लाने की कोशिश की जाएगी। अनुमान है कि चुनाव में जाने पर इमरान खान का ‘विदेशी साजिश’ वाला दांव जनता को लुभा नहीं पाएगा क्योंकि लोग महंगाई और आर्थिक संकट से पीड़ित हैं।
पाकिस्तान के ‘पुतिन’ बनना चाहते हैं इमरान? : संसद भंग करने के बाद इमरान खान की सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना हो रही है। पाकिस्तानी ट्विटर यूजर्स उर्दू में अपने प्रधानमंत्री पर बरस रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, ‘इतिहास के सबसे बुरे दिन पर, कप्तान ने भागने का सबसे शर्मनाक तरीका चुना।’ एक दूसरे यूजर ने लिखा, ‘इमरान खान पाकिस्तान के पुतिन और शी जिनपिंग बने रहना चाहते हैं।’ पाकिस्तानी पत्रकार हामिद मीर ने लिखा, ‘वह दावा करते थे कि आखिरी बॉल तक लड़ेंगे लेकिन आज उन्होंने स्टंप उखाड़े और मैदान छोड़कर भाग गए। अंपायर हैरान हैं।’
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