मुंबई अंडरवर्ल्ड में फहीम मचमच के नाम से कुख्यात गैंगस्टर फहीम अहमद शरीफ ने शुक्रवार को पाकिस्तान में कोरोना संक्रमण के कारण दम तोड़ दिया। दक्षिण मुंबई में रहने वाले फहीम के परिवार ने उसका अंतिम संस्कार शुक्रवार शाम एक स्थानीय कब्रिस्तान में किया, जिसमें मुट्ठी भर लोग मौजूद थे। भिंडी बाजार इलाके में पेरू लेन का रहने वाला एक मामूली गुंडा फहीम अपने जबरन वसूली रैकेट के माध्यम से तेजी से अंडरवर्ल्ड की दुनिया में अपना नाम बढ़ाता गया।
फहीम डी-कंपनी के हिस्से के रूप में काम कर रहा था, जो कि एक अपराध सिंडिकेट है, जिसका संचालन फरार माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम कास्कर करता है, जो अब कराची में है। संयुक्त अरब अमीरात में रहने वाले दाऊद के एक पूर्व सहयोगी ने बताया कि एक समय था जब फहीम रफीक भाई के उपनाम का इस्तेमाल करते हुए बॉलीवुड की विभिन्न हस्तियों को फोन करता था। इसमें उनके दिल में आतंक पैदा हो जाता था, जो उसकी मांगें तुरंत मान लेते थे।
1995 में हुआ था अरेस्ट, जमानत मिलने पर भाग निकला दुबई : स्कूल की पढ़ाई बीच में ही छोड़ने वाला फहीम जल्द ही छोटा शकील का करीबी बन गया, जिसे दाऊद का दाहिना हाथ माना जाता है। फहीम को मुंबई पुलिस ने 1995 में जबरन वसूली, जान से मारने की धमकी आदि के विभिन्न गंभीर आरोपों में गिरफ्तार किया था, लेकिन वह एक अदालत से जमानत हासिल करने में सफल रहा। उस साल दुबई भागने की कोशिश करते हुए उसे फिर से मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से पकड़ा गया था, लेकिन पुलिस की आपत्तियों के बावजूद, फहीम को फिर से जमानत मिल गई। अपनी दूसरी जमानत का लाभ उठाते हुए फहीम दुबई भाग गया। वह किसी तरह दो दशकों से अधिक समय तक मुंबई पुलिस के चंगुल से बाहर रहने में कामयाब रहा।