टी-20 वर्ल्ड कप-2021 में भारत और पाकिस्तान के बीच 24 अक्टूबर को होने वाले महामुकाबले का फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। लंबे अर्से बाद ये दोनों टीमें आमने-सामने होने को तैयार हैं। इससे ठीक पहले हालांकि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इस मैच को रद्द करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकी गतिविधियों में शामिल रहता है। इस मैच पर एक बार फिर विचार करने की जरूरत है। भारत को पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच नहीं खेलना चाहिए।
इसके बाद से क्रिकेट फैंस के मन में सबसे बड़ा सवाल उठ रहा होगा कि क्या ऐसा हो सकता है? तो मौजूदा परिस्थिति को देखते हुए ऐसा संभव नहीं दिखाई देता। इसके पीछे कई वजह हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह तो यह है कि इस मैच के होने और नहीं होने का फैसला करना क्रिकेट को चलाने वाली इंटरनैशनल क्रिकेट काउंसिल के हाथ में है। अब जबकि मैच शेड्यूल हो चुका है तो आईसीसी इसे रद्द करने के बारे में सोचना भी नहीं चाहेगा।
भारत ने पाकिस्तान के बायकॉट की हर संभव कोशिश की है : भारत और पाकिस्तान के बीच आखिरी मुकाबला वनडे वर्ल्ड कप-2019 में खेला गया था, जो इंग्लैंड में हुआ था। उसके बाद भारत ने आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप-2021 के दौरान पाकिस्तान से सीरीज खेलने से इनकार कर दिया था। इस पर पाकिस्तान ने आईसीसी से कई बार शिकायत भी की, लेकिन बीसीसीआई प्रमुख सौरभ गांगुली अपनी बात पर अड़े रहे। यही नहीं, भारत ने पहले ही साफ कर दिया है कि अगर कोई टूर्नामेंट पाकिस्तान में हुआ तो भारत वहां मैच नहीं खेलेगा। बीसीसीआई ने दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग IPL में भी उसके खिलाड़ियों के खेलने पर बैन लगा रखा है। देखा जाए तो भारत ने खेल में भी पाकिस्तान से हर संभव दूरी बना रखी है।
अगर नहीं खेला तो भारत को होगा घाटा : अगर मान लिया जाए कि भारत इस मैच को खेलने से पीछे हट भी जाता है तो उसे बड़ा नुकसान होगा। सबसे पहले तो आईसीसी उसपर जुर्माना लगा सकता है। अगर ऐसा नहीं भी होगा तो उसे वॉकओवर देना पड़ेगा और बिना खेले 2 अंक पाकिस्तान को मिल जाएंगे। इससे पॉइंट्स टेबल में भारत को नुकसान तो होगा ही साथ ही नॉकआउट (सेमीफाइनल) में पहुंचने के लिए संभव है कि उसके लिए लगभग हर मैच नॉकआउट (क्योंकि दोनों ग्रुप की टॉप-4 टीमें ही फाइनल में पहुंचेंगी) के समान हो जाएं।
सचिन ने भी किया था खेल का सपोर्ट : अगर इस पूरे मामले को देखते हुए वनडे वर्ल्ड कप-2019 की बात करें तो उस समय भी इस तरह की परिस्थिति आई थी। जब महान बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर से पूछा गया तो उन्होंने कहा था, ‘मैं ऐसा नहीं चाहूंगा।’ उन्होंने उस वक्त कहा था कि 2 अंक गिफ्ट में मिलने से पाकिस्तान की मदद ही होगी, जो मैं नहीं चाहूंगा। यह मैच 16 जून, 2019 को मैनचेस्टर में खेला गया था, जिसमें भारत ने पाकिस्तान को डकवर्थ लुईस नियम के अनुसार 89 रनों से हराया था। ताबड़तोड़ 140 रन बनाने वाले रोहित शर्मा को मैन ऑफ द मैच चुना गया था।
क्यों आईसीसी नहीं रद्द करेगा मैच? : भारत बनाम पाकिस्तान मैच न हो, ऐसा आईसीसी कभी नहीं चाहेगा। इसकी सबसे बड़ी वजह आर्थिक फायदा है। उसे इस मैच से टूर्नामेंट के बराबर रेवेन्यू मिल सकता है। इस हाई टेंपर मैच को लेकर न केवल फैंस को बेसब्री इंतजार रहता है, बल्कि आईसीसी की भी चाहत होती है कि ये दोनों टीमें आमने-सामने हों। भारत-पाक मैच को इन दोनों देशों के बाहर भी खूब पसंद किया जाता है।
फाइनल में पहुंचे तब क्या करेंगे? : मान लीजिए अगर ऐसा हो भी जाए तो तब क्या होगा जब आप नॉकआउट मुकाबलों में पहुंच जाएं। यानी सेमीफाइनल या फाइनल में। तब क्या किया जाएगा? अगर वहां पर आप मैच खेलने से पीछे हटते हैं तो पहले आप 2 अंक देकर उसके लिए सेमीफाइनल का रास्ता आसान करेंगे और फिर ट्रोफी गिफ्ट कर देंगे, जो संभव नहीं है। तो क्यों न स्पोट्समैन स्पिरिट के साथ पाकिस्तान को मैदान पर हराकर टूर्नामेंट से बाहर करने का रास्ता प्रशस्त किया जाए? या फिर 2007 की तरह उसे फाइनल में हराकर चौड़े सीने से खिताब पर कब्जा किया जाए?
किस ग्रुप में कौन? : ग्रुप-ए में 2014 में चैम्पियन बने श्रीलंका, आयरलैंड, नीदरलैंड और नामीबिया शामिल हैं, जबकि ग्रुप बी में बांग्लादेश, स्कॉटलैंड, पापुआ न्यू गिनी और ओमान हैं। दोनों ग्रुप से शीर्ष दो टीमें सुपर 12 चरण के लिए क्वॉलिफाइ करेंगी।