अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने सीनेटरों से कहा है कि तालिबान के साथ पाकिस्तान और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई के संबंधों पर केवल बंद कमरों के भीतर ही चर्चा की जा सकती है। उनके साथ दो शीर्ष जनरल भी मौजूद थे। ऑस्टिन ने सीनेट की सशस्त्र सेवा समिति के सदस्यों से कहा, ‘‘पाकिस्तान के बारे में एक गहन बातचीत शायद यहां एक बंद कमरे में उचित होगी।”
उनके दो जनरलों, यूएस ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के प्रमुख जनरल मार्क मिले और यूएस सेंट्रल कमांड के कमांडर जनरल फ्रैंक मैकेंजी ने भी यही कहा। मिले ने कहा, ‘‘मैंने पिछले कुछ वर्षों में और हाल ही में पाकिस्तानियों के साथ कई बार बातचीत की है और मेरे दिमाग में कोई सवाल नहीं है कि पाकिस्तान और तालिबान के बीच संबंध तेजी से जटिल होते जा रहे हैं।”
आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद अगस्त के आखिरी सप्ताह में अघोषित दौरे पर काबुल गए थे और तालिबान के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की थी। अगस्त के मध्य में तालिबान द्वारा अफगानिस्तान की राजधानी पर कब्जा करने के बाद से वह अफगानिस्तान का दौरा करने वाले पहले उच्च पदस्थ विदेशी अधिकारी थे। मैकेंजी ने कहा कि अफगानिस्तान से अमेरिका की वापसी के परिणामस्वरूप तालिबान के साथ पाकिस्तान के संबंध काफी जटिल होते जा रहे हैं।
सीनेटर जीन शाहीन ने पूछा, ‘‘क्या हम उम्मीद करते हैं कि तालिबान के सत्ता में आने के बाद यह संबंध और अधिक जटिल हो जाएगा? क्या हम पाकिस्तान के परमाणु हथियारों और उस क्षमता के बारे में चिंतित हैं कि आतंकवादी समूह उन हथियारों तक पहुंच प्राप्त करने में सक्षम हो सकते हैं?” सीनेटर गैरी पीटर्स ने पाकिस्तान के साथ साझा हितों के बारे में पूछा तो ऑस्टिन ने कहा, “ मुझे लगता है कि एक प्रमुख साझा हित अफगानिस्तान या क्षेत्र में मानवीय आपदा को रोकना है। और इसलिए, मुझे लगता है कि हम उस हित को साझा करना जारी रखेंगे।”