दुनियाभर में तेज स्पीड का इंटरनेट पहुंचाने के लिए Elon Musk की कंपनी SpaceX का प्लान करीब 12 हजार Starlink सैटलाइट लॉन्च करने का है। इनमें से 1500 लॉन्च की जा चुकी हैं और अभी तक के डेटा से ही झलक मिलती है कि इतनी भारी संख्या में सैटलाइट्स के धरती का चक्कर काटने का क्या नतीजा हो सकता है। एक आकलन के मुताबिक आसमान में दो ऑब्जेक्ट्स के आमने-सामने आने वाली घटनाओं में से आधी में SpaceX की ये सैटलाइट्स शामिल होती हैं।
बेहद करीब आ जाती हैं सैटलाइट : इनके ऑपरेटर्स को लगातार इस बात का ध्यान रखना होता है कि दूसरे स्पेसक्राफ्ट या मलबे से टक्कर न हो जाए। यूनिवर्सिटी ऑफ साउथऐंपटन की एक स्टडी के मुताबिक सैकड़ों Starlink सैटलाइट आसमान में हैं जिससे टक्कर की आशंका बढ़ जाती है। रिसर्चर्स ने पाया है कि हर हफ्ते औसतन 1600 घटनाओं में Starlink सैटलाइट शामिल होती हैं। इनमें कई बार ऐसा होता है कि दो ऑब्जेक्ट एक-दूसरे के एक किमी के अंदर होती हैं।
दूसरी सैटलाइट्स पर खतरा : स्पेस.कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक दो स्पेसक्राफ्ट के टकराने पर इतना मलबा निकल सकता है कि आसपास की कई दूसरी सैटलाइट पर खतरा पैदा हो सकता है। ऐस्ट्रोनॉटिक्स रिसर्च ग्रुप के ह्यू लूइस ने इसे लेकर डेटा अनैलेसिस किया है। उनका कहना है कि Starlink लॉन्च के साथ खतरनाक ट्रेंड देखा जा रहा है। उन्होंने मई 2019 के बाद से डेटा देखना शुरू किया। उसके बाद से ऐसी घटनाएं दोगुनी से ज्यादा हो गई हैं।
डेटा में पाया गया कि Starlink सैटलाइट हर हफ्ते औसतन 500 बार दूसरे स्पेसक्राफ्ट के समने आईं। वहीं ब्रिटेन के OneWeb की 250 सैटलाइट दूसरे 80 ऑपरेटर्स के सामने आईं। लूइस का कहना है कि Starlink सैटलाइट की संख्या बढ़ने के साथ ही यह समस्या भी गहराएगी।