बहुत जल्द ही दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) को दो प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क मिलने वाले हैं. इंडस्ट्रियल पार्क एक्सप्रेस वे के किनारे बनाए जाएंगे. प्राइवेट पार्टी इंडस्ट्रियल पार्क का निर्माण करेंगी. पार्क में लोकल प्रोडक्ट के साथ ही और दूसरी ऐसी इंडस्ट्री (Industry) भी लगाई जाएंगी जहां ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार मिले. पार्क में फ्लैट नुमा कारखाने और फैक्ट्री शेड होंगे. एक्सप्रेस वे (Expressway) के नजदीक होने से ट्रांसपोर्टेशन (Transpotation) में मदद मिलेगी. प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क (Private Industrial Park) को एक छोटे शहर की तरह से बसाने की योजना है.
गौरतलब रहे यूपी सरकार ने दिल्ली-एनसीआर में नोएडा और गाजियाबाद समेत यूपी के दूसरे शहरों लखनऊ, उन्नाव, अमेठी, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, औरया, हमीरपुर, जालौन,नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ,आजमगढ़, अम्बेडकर नगर, गोरखपुर और प्रयागराज में भी प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क बनाने की योजना तैयार की है. यह सभी पार्क एक्सप्रेस वे के किनारे होंगे. जैसे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे के किनारे उन्नाव में पार्क बनाया जाएगा.
ऐसे बनाया जाएगा प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क : जानकारों की मानें तो अगर यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क बन रहा है तो अलीगढ़ के ताले और हॉर्डवेयर इंडस्ट्री को पहले जगह दी जाएगी. वहीं ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार देने के मकसद से टेक्सटाइल और रेडीमेड गारमेंट, फूड प्रोसेसिंग, परफ्यूम, पीतल के उत्पाद, खिलौने तथा इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बनाने वाली इंडस्ट्री भी लगाई जाएंगी. गाजियाबाद और नोएडा में बनने वाला प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क 30 एकड़ जमीन या उससे भी ज्यादा एरिया में बनकर तैयार होगा.
प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क में मिलेंगी यह सुविधाएं : वैसे तो खासतौर पर किसी भी इंडस्ट्रियल एरिया को बसाने के लिए इंडस्ट्री की जरूरतों को ही ध्यान में रखा जाता है. लेकिन प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क को एक छोटे से शहर की तर्ज पर बसाया जाएगा. इसके लिए इंडस्ट्रियल पार्क में बिजनेस और शॉपिंग सेंटर, इन्क्यूबेशन सेंटर, होटल एंड रेस्टोरेंट, हॉस्टल, ऑफिस ब्लॉक, स्वास्थ्य और संचार सुविधाएं, पुलिस स्टेशन, फायर स्टेशन आदि होंगे.