चीन का एजी-600 एम्फीबियस एयरक्राफ्ट : बीजिंग: चीन ने जमीन और पानी दोनों जगह उतरने और उड़ान भरने वाले विमान (Amphibious Aircraft) का सफल परीक्षण किया है। एजी-600 (AG-600 Amphibious Aircraft) नाम के इस एम्फीबियस विमान में चार इंजन लगे हुए हैं। इस विमान को बनाने वाली सरकारी कंपनी एविएशन इंडस्ट्री कॉरपोरेशन ऑफ चाइना (China Aircraft Manufacturer) ने कहा है कि उसने गुरुवार को चारों टर्बोप्रॉप इंजनों को एक साथ चलाया है। चाइना सेंट्रल टेलीविजन (सीसीटीवी) के अनुसार, एजी-600 एम्फीबियस विमान को कुनलॉन्ग नाम दिया गया है। इस विमान को 26 दिसंबर 2021 से असेंबल किया जा रहा था और इस परीक्षण में सभी चार इंजनों की जांच की गई है।
बदलाव के बाद विमान ने 100 घंटे भरी उड़ान : साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के अनुसार, एविएशन इंडस्ट्री कॉरपोरेशन ऑफ चाइना ने बताया है कि एजी-600 विमान ने 100 घंटे की उड़ान को पूरा कर लिया है। इससे भारी मात्रा में फ्लाइट टेस्ट डेटा मिले है, जिनका विश्लेषण किया जा रहा है। इससे विमान को और अधिक उन्नत बनाने में मदद मिलेगी। वैज्ञानिकों ने डेटा के आधार पर विमान में एरोडायनामिक्स और हाइड्रोडायनेमिक्स में बदलाव भी किया गया है। पर, अभी तक इस विमान को फाइनल ऑपरेशन क्लियरेंस नहीं मिला है। कई तरह के परीक्षणों के बाद चीन के पहले एम्फीबियस विमान को सर्विस में शामिल किया जा सकता है।
तो दुनिया का सबसे बड़ा एम्फीबियस विमान! : चीन का एजी-600 एम्फीबियस विमान की लंबाई 121 फीट और पंखों की चौड़ाई 127 फीट है। ऐसे में साइज के मामले में चीन का यह विमान बोइंग 737 एयरलाइनर के बराबर है। वर्तमान में जापान का शिनमायावा यूएस -2 दुनिया का सबसे बड़ा एम्फीबियस विमान है। हालांकि, सर्विस में शामिल होने के बाद यह रिकॉर्ड चीन के इस नए एजी-600 एम्फीबियस विमान के पास चला जाएगा। इस विमान को फायरफाइटिंग, मरीन रेस्क्यू सहित कई तरह के मैरिटाइम रोल के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
एक बार में 4500 किमी की भर सकता है उड़ान : यह एम्फीबियस विमान 53.5 टन का अधिकतम भार उठा सकता है। जबकि, यह प्लेन एक बार में 4,500 किलोमीटर की अधिकतम उड़ान भर सकता है। इसमें चार WJ-6 टर्बोप्रॉप इंजन लगे हुए हैं। इसे इवचेंको डिजाइन ब्यूरो ने बनाया है, जो सोवियत AI-20 इंजन का लाइसेंस वर्जन है। इस इंजन का इस्तेमाल चीन के शानक्सी Y-8 और Y-9 विमानों के साथ-साथ Tu-4 विमानों में भी किया जाता है।
भारत का एम्फीबियर प्लेन प्रोजक्ट अधर में : भारत ने भी जापान के साथ 12 एम्फीबियस प्लेन खरीदने को लेकर बातचीत की थी। लेकिन, कई कारणों से इस समझौते को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है। आशा जताई जा रही थी कि जापानी पीएम शिंजो आबे की भारत यात्रा के दौरान इस समझौते पर हस्ताक्षर किए जा सकते हैं लेकिन भारत में सीएए को लेकर जारी विरोध प्रदर्शनों के कारण उनकी यात्रा रद्द हो गई थी और यह डील भी अटक गई।