एक के बाद एक किलर मिसाइल परीक्षण कर रहे उत्तर कोरिया के मिसाइल टेस्ट के बारे में बड़ा खुलासा हुआ है। दक्षिण कोरिया की सेना ने कहा है कि उत्तर कोरिया की ओर से पिछले सप्ताह हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण किया गया था। यह मिसाइल ध्वनि की रफ्तार से 10 गुना ज्यादा की स्पीड से मार करने में सक्षम है। उत्तर कोरिया के इन हाइपरसोनिक मिसाइल परीक्षणों की अहमियत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दो साल बाद तानाशाह किम जोंग उन खुद इसे देखने पहुंचा था।
तानाशाह किम जोंग उन ने उत्तर कोरियाई वैज्ञानिकों का आह्वान किया कि वे देश के सैन्य ताकत को बनाने के लिए अपने प्रयासों को और ज्यादा तेज करें। इस बीच दक्षिण कोरिया ने कहा है कि मंगलवार को उत्तर कोरिया की ओर से दागी गई मिसाइल अधिकतम 60 किमी की ऊंचाई पर करीब 700 किमी तक गई। उसने कहा कि उत्तर कोरियाई मिसाइल पहले दागे जाने वाली मिसाइलों से ज्यादा आधुनिक थी। उधर, जापान के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि यह उत्तर कोरियाई मिसाइल उनके देश के विशेष आर्थिक क्षेत्र के बाहर जाकर गिरी थी।
अमेरिका भी अभी तक हाइपरसोनिक मिसाइलें नहीं बना सका : दक्षिण कोरिया ने कहा कि 5 जनवरी को दागी गई उत्तर कोरियाई मिसाइल ने मैक 6 की गति से उड़ान भरी थी। जापान, अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरियाई मिसाइल परीक्षण का आकलन किया। दक्षिण कोरियाई रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि यह एक हाइपरसोनिक मिसाइल थी और उसने इसके पीछे वारहेड के आकार और उसके फ्लाइट पैटर्न का हवाला दिया है। माना जा रहा है कि ताजा परीक्षणों के जरिए उत्तर कोरिया ने अपनी तकनीकी प्रगति को दुनिया को दिखाया है।
उत्तर कोरिया ने यह परीक्षण ऐसे समय पर किया है जब अभी तक अमेरिका भी हाइपरसोनिक मिसाइलें नहीं बना सका है। उत्तर कोरिया की सत्तारूढ़ पार्टी के आधिकारिक अखबार रोडोंग सिनमुन ने अपने पहले पन्ने पर किम जोंग उन को इस मिसाइल के परीक्षण को देखते हुए तस्वीर छापी है। एक अन्य तस्वीर में मिसाइल को लॉन्च करते हुए दिखाया गया है। एक अन्य तस्वीर में किम जोंग उन ट्रेन के अंदर अपनी बहन और अन्य अधिकारियों के साथ मिसाइल के बारे में चर्चा कर रहा है।