भारत और दक्षिणअफ्रिका के बीच जोहांसबर्ग टेस्ट मैच में तीसरे दिन भारत ने अफ्रिका के सामने 240 रन की चुनौति रखी है जिसमें अफ्रीका ने मैच की चौथी पारी खेलते हुए 118/2 बना लिऐ है ।
तीसरे दिन का खेल जब शुरु हुआ तो पुजारा और रहाणे दोनों ने अर्ध शतक जमाते हुए कल वाले अंदाज में बल्लेबाजी की और शतकीय साझेदारी कर भारत को खतरे से निकाल लिया। जब तक ये दोनों बल्लेबाज क्रीज पर मौजूद थे तब तक भारत के 300 के पार लीड लेने की उम्मीद लग रही थी। लेकिन रबाड़ा ने लंच के पहले खतरनाक गेंदबाजी करते हुए अफ्रीका को फिर मैच में वापिस खड़ा कर दिया। पुजारा और रहाणे की मेहनत के बावजूद पंत की लापरवाही इस टेस्ट में भारत को भारी पड़ती दिख रही है। यदि पंत धैर्य रखकर थोड़ा समय क्रीज पर बिताते तो भारत की बढ़त 270 के करीब हो सकती थी। लगातार अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के बावजूद पंत गैर जिम्मेदाराना बल्लेबाजी करते हुए आऊट या ये कहूं कि विकेट फेकने की आदत से बाज नहीं आ रहे हैं तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। यदि भारत यह मैच गवा बैठे तो इसके लिऐ ऋषभ पंत की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। लेकिन हनुमा बिहारी ने खासा प्रभावित किया है। हनुमा बिहारी की तारीफ़ करनी होगी जिन्होंने आखिर में स्ट्राइक अपने पास रखने की कोशिश की और लीड को 239 तक पहुंचा दिया।
अब चौथे दिन का खेल शुरू होगा तो अफ्रिका की उम्मीद एल्गर और बवुमा पर होगी। ये दोनों ही भारतीय गेंदबाजों को संयमित होकर खेल रहे हैं और हर पारी में रन बना रहे हैं। यह दोनों स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ़ भी बहुत अच्छा प्रर्दशन कर रहे हैं। इसी कारण अफ्रीका फिलहाल मज़बूत दिखाई दे रही है।
लेकिन भारतीय टीम के लिहाज़ से जीत की संभावनाओं को तलाशें तो चौथे दिन भारत को फिर एक शार्दूल चाहिए जो पहले घंटे में शुरूआत में ही एल्गर और बावुमा को चलता कर दे तो भारत की उम्मीद बन सकती हैं। पीटरसन का विकेट लेकर अश्विन ने भी उम्मीद जगाई है। फिर अश्विन हों या कोई और, यदि चौथे दिन भारत ने जल्दी ही दो तीन विकेट लेने में सफलता प्राप्त कर ली तो भारत के जीतने की संभावना भी जताई जा सकती है।