अमेरिका के शीर्ष वैज्ञानिक डॉ एंथोनी फाउची ने मंगलवार को कहा कि कोविड-19 का ओमीक्रोन वेरिएंट ‘निश्चित’ रूप से डेल्टा वेरिएंट से ज्यादा घातक नहीं है। बी.1.1.1.529 वेरिएंट ने बहुत बड़ी संख्या में म्यूटेशन दिखाए हैं। उन्होंने कहा कि कुछ संकेत मिले हैं कि यह कम गंभीर हो सकता है क्योंकि जब आप साउथ अफ्रीका की स्थिति देखते हैं तो पाते हैं कि संक्रमण की संख्या और अस्पताल में भर्ती होने वाले मामलों की संख्या के बीच का अनुपात डेल्टा की तुलना में कम है।
न्यूज एजेंसी एएफपी से बात करते हुए उन्होंने ओमीक्रोन को लेकर यह खुलासा किया। इससे पहले यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड में संक्रामक रोगों के प्रमुख फहीम यूनुस ने कहा था कि ओमीक्रोन डेल्टा वेरिएंट से ज्यादा घातक नहीं होगा। उन्होंने covariants.org के हवाले से यह दावा किया था। अपने ट्वीट में उन्होंने एक तस्वीर शेयर की थी जिसमें 21I (डेल्टा), 21J (डेल्टा) और 21K (ओमीक्रोन) के ग्राफ को देखा जा सकता है।
अमेरिकी विशेषज्ञ ने भी दी ‘गुड न्यूज’ : यूनुस ने लिखा, ‘डेल्टा बनाम ओमीक्रोन वेरिएंट की मौजूदा वैश्विक आवृति। कई कारकों के आधार पर, मेरा मानना है कि ओमीक्रोन डेल्टा से ज्यादा नहीं फैलेगा। और यह एक अच्छी खबर होगी।’ वहीं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का दावा इससे अलग है। उन्होंने मंगलवार को अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों से कहा कि शुरुआती संकेतों से पता चलता है कि कोरोना वायरस का ओमीक्रोन स्वरूप, डेल्टा स्वरूप से अधिक संक्रामक है।
बोरिस जॉनसन ने ‘डराया’ : वर्तमान में ब्रिटेन में डेल्टा स्वरूप के संक्रमण के मामले अधिक संख्या में सामने आ रहे हैं। मंत्रिमंडल की बैठक के बारे में जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय के प्रवक्ता ने मीडिया से कहा कि जॉनसन ने दोहराया कि फिलहाल कोविड-19 के नए स्वरूप के व्यापक प्रभाव के बारे में कोई भी निष्कर्ष निकालना जल्दबाजी होगी। जॉनसन की ये टिप्पणी ऐसे समय में आयी है, जब मंगलवार को ब्रिटेन में ओमीक्रोन से संक्रमण के 101 नए मामले सामने आए, जिसके साथ इन मामलों की संख्या बढ़कर 437 हो गई है।
previous post