इससे पहले, एक बार फिर अहम मौके पर किस्मत ने भारत के कप्तान विराट कोहली का साथ नहीं दिया और कीवी कप्तान केन विलियमसन टॉस के बॉस बने। न चाहते हुए एक बार फिर टीम इंडिया को पहले बल्लेबाजी के लिए आना पड़ा। केएल राहुल और ईशान किशन की नई ओपनिंग जोड़ी मैदान पर थी। हालात और मैच की अहमियत को देखते हुए सजग शुरुआत की जरूरत थी लेकिन बोल्ट के पहले ओवर में दोनों ही बल्लेबाज थोड़े दबाव में दिखे। रन बनाने से ज्यादा जोर विकेट बचाने पर दिखा। दूसरे ओवर में राहुल ने साउदी पर एक चौका निकाला फिर भी ओवर से सिर्फ पांच रन ही निकले।
तैयारी के साथ आए थे कीवी : कीवी टीम के लिए भी यह मुकाबला उतना ही अहम था जितना भारत के लिए था। शुरुआती ओवर्स में साफ हो गया कि न्यूजीलैंड के बोलर्स एक रणनीति के साथ उतरे हैं। बोल्ट और ईशान मुंबई इंडियंस से खेलते हैं ऐसे बोल्ट ने ईशान की खूबियों और खामियों से अच्छी तरह वाकिफ थे। वह जानते थे कि ईशान लेग साइड की गेंद पर प्रहार करने से चूकते नहीं है और इसी का फायदा उठाकर बोल्ट ने डीप लेग में फील्डर लगाने के बाद ईशान को शॉट लगाने के लिए लेग साइड पर गेंद फेंकी। ईशान ने वही किया जो बोल्ट ने चाहा और गेंद सीधे बाउंड्री पर खड़े फील्डर के हाथ में चली गई। अगली गेंद पर जब नए बल्लेबाज रोहित शर्मा स्ट्राइक पर आए तो बोल्ट ने उन्हें शॉर्ट गेंद फेंकी जिस पर रोहित ने आदतन बल्ला चला दिया। लगातार दूसरी गेंद पर भारत का विकेट गिरने वाला था लेकिन बाउंड्री पर खड़े एडम मिल्ने ने रोहित का आसान सा कैच टपका दिया।
गाड़ी पटरी से उतरी :जीवनदान मिल चुका था और कुछ ओवर्स भी निकल चुके थे। गेंद की चमक थोड़ी कम हुई थी। चौथे ओवर में एडम मिल्ने के रूप में नए गेंदबाज अटैक पर आ चुके थे। पावरप्ले के घटते ओवर्स को देखते हुए रोहित और राहुल मिल्ने पर टूट पड़े और उनके एक ओवर में 15 रन निकालकर टीम इंडिया की गाड़ी को पटरी पर लाने की कोशिश की। लेकिन इसके अगले ही ओवर में साउदी ने राहुल (18) को आउट कर एक बार फिर टीम इंडिया की गाड़ी को पटरी से उतार दिया। पावर प्ले में भारतीय टीम दो विकेट पर सिर्फ 35 रन बना सकी। पाकिस्तान के खिलाफ पिछले मैच में टीम ने इससे एक रन ज्यादा ही बनाए थे।
बर्थडे बॉय ले गए अपना गिफ्ट : अब मैदान पर टीम इंडिया के दो सबसे सीनियर बल्लेबाज रोहित शर्मा और विराट कोहली मौजूद थे और भारतीय फैंस की उम्मीद बनी हुई थी। रोहित इससे पहले टी20 में स्पिनर पर पांच बार लॉन्ग ऑन पर आउट हो चुके थे, शायद इस आंकड़े को ध्यान में रखते हुए कीवी कप्तान ने बर्थडे बॉय लेग स्पिनर ईश सोढ़ी को अटैक पर लगाया। स्पिन पर बड़ा हिट लगाने का लालच में रोहित एक बार फिर फंस गए। एक बार फिर वह लॉन्ग ऑन पर कैच आउट हो गए। बर्थडे बॉय ने अपनी टीम के लिए बड़ा विकेट निकाल लिया था। दस ओवर में भारत के खाते में सिर्फ 3 विकेट पर 48 रन ही बने थे। रनगति को तेज करने का दबाव बढ़ रहा था और जब सोढ़ी दोबारा अटैक पर आए तो दबाव में कोहली गलती कर बैठे। सोढ़ी ने अपने पसंदीदा शिकार का विकेट निकाल लिया था। बड़ा शॉट लगाने की कोशिश में विराट लॉन्ग ऑन पर कैच थमा बैठे।
बाउंड्री का आया सूखा : टीम इंडिया पूरी तरह से बैकफुट पर आ चुकी थी। दुनिया के दो सबसे ताबड़तोड़ बल्लेबाज ऋषभ पंत और हार्दिक पंड्या मैदान पर थे लेकिन बाउंड्री तो दूर की बात सिंगल्स लेना भी मुश्किल हो गया था। विराट के आउट होने के बाद 25 गेंद पर पर ये दोनों ही बल्लेबाज सिर्फ 22 रन ही जोड़ सके थे। मुकाबला स्लॉग ओवर में पहुंचने वाला था और अभी टीम इंडिया के खाते में सिर्फ 70 रन ही आए थे। बेरंग दिख रहे पंत ने ऐसे में अपना बल्ला चला दिया, लेकिन गेंद से मुलाकात नहीं हुई और स्टंप उखड़ गया। 14वें ओवर में भारत ने 70 रन पर अपना पांचवां विकेट गंवा दिया था।
भारत ने अपना पिछला चौका 5.1 ओवर में लगाया था, तब से कोई बाउंड्री नहीं लगी थी। बाउंड्री का यह सूखा 17वें ओवर की अंतिम गेंद पर जाकर खत्म हुआ जब हार्दिक ने बोल्ट की गेंद को चौके के लिए भेजा। 71 गेंद बाद टीम इंडिया की ओर से कोई बाउंड्री लगी थी। लगा कि अब कुछ रनों की रफ्तार बढ़ेगी, लेकिन मैदान पर कुछ भी नहीं बदला। 19वें ओवर में बोल्ट ने हार्दिक को चलता किया। अंतिम कुछ गेंदों पर जाडेजा ने कुछेक बाउंड्री बटोर कर टीम के स्कोर को तीन अंकों में पहुंचाया।