बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। शुक्रवार को धार्मिक उन्मादियों की भीड़ ने नोआखाली इलाके में इस्कॉन मंदिर पर हमला कर तोड़फोड़ की। इस्कॉन मंदिर ने भी ट्वीट कर इस हमले की पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि हमलावरों ने मंदिर में मौजूद भक्तों के साथ भी मारपीट की है। इससे पहले भीड़ ने नवरात्रि के दौरान दुर्गा पांडालों पर हमला कर तोड़फोड़ की थी।
इस्कॉन ने ट्वीट कर दी जानकारी : इस्कॉन ने ट्वीट कर बताया कि इस हमले में मंदिर को काफी नुकसान हुआ है और एक श्रद्धालु की हालत गंभीर बनी हुई है। इस्कॉन मंदिर और भक्तों पर आज नोआखली, बांग्लादेश में भीड़ द्वारा हिंसक हमला किया गया। मंदिर को काफी नुकसान हुआ और एक भक्त की हालत गंभीर बनी हुई है। हम बांग्लादेश सरकार से सभी हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और अपराधियों को न्याय दिलाने का आह्वान करते हैं।
बांग्लादेश में दुर्गा पूजा पांडालों पर हुआ था हमला : एक दिन पहले ही बांग्लादेश में कई दुर्गा पांडालों पर हमला कर तोड़फोड़ की गई थी। सोशल मीडिया पर यह खबर फैलाई गई कि कोमिला शहर में नानुआर दिघी झील के पास एक दुर्गा पूजा पंडाल में कुरान को कथित तौर पर अपवित्र किया गया था। जिसके बाद उन्मादियों की भीड़ ने चांदपुर के हाजीगंज, चट्टोग्राम के बंशखली और कॉक्स बाजार के पेकुआ में हिंदू मंदिरों और पांडालों पर हमला किया था।
शेख हसीना बोलीं- दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे : बांग्लादेशी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इस हिंसा में चार लोगों की मौत हुई है। जिसके बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना के निर्देश पर 22 जिलों में अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। शेख हसीना ने भी देश में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने वालों को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने वादा किया है कि कोमिला में सांप्रदायिक हिंसा के अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
हमले पर भारत ने भी दी प्रतिक्रिया : बांग्लादेश में दुर्गा पूजा पांडालों और मंदिरों पर हुए हमले को लेकर भारत ने भी प्रतिक्रिया दी है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हमने बांग्लादेश में धार्मिक सभाओं पर हमलों से जुड़ी अप्रिय घटनाओं की कुछ परेशान करने वाली खबरें देखी हैं। बांग्लादेश सरकार ने पुलिस और सुरक्षाबलों की तैनाती सहित स्थिति पर नियंत्रण सुनिश्चित करने के लिए तुरंत प्रतिक्रिया दी है। हम यह भी समझते हैं कि बांग्लादेश में चल रहे दुर्गा पूजा उत्सव सरकारी एजेंसियों और निश्चित रूप से बड़ी संख्या में जनता के समर्थन से जारी है।