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September 21, 2024
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आपने देखी अंतरिक्ष का ‘सीना चीरती तलवार’ की तस्वीर? NASA के Hubble Telescope ने कैद किया खास पल

‘स्पेस वॉर’ सुनकर शायद दो स्पेस टेक्नॉलजी की कंपनियों या देशों के बीच कॉम्पिटिशन की याद आती होगी लेकिन हबल स्पेस टेलिस्कोप की एक तस्वीर ने तो इसे अलग ही मायने दे दिए हैं। दरअसल, इस तस्वीर में अंतरिक्ष में एक विशाल ‘तलवार’ बनती दिखी है। ऐसा लगता है मानो यह अंतरिक्ष के सीने को चीर रही हो।
यह नजारा दरअसल एक नए सितारे के अलग-अलग ध्रुवों से निकलते गर्म और आयनाइज्ड गैसों के जेट से बना है। यह सितारे के पहले से मौजूद धूल और गैस को चीरता हुआ दिखा है। इसे Herbig-Haro ऑब्जेक्ट कहा जाता है। खासतौर पर इस तस्वीर को HH111 नाम दिया गया है और यह धरती से 1,300 प्रकाशवर्ष दूर Orion तारामंडल में है।
हबल है खास : हबल ने अपने Wide Field Camera 3 (WFC3) उपकरण का इस्तेमाल कर यह तस्वीर ली है जो ऑप्टिकल और इन्फ्रारेड वेवलेंथ की रोशनी को देख सकता है। यूरोपियन स्पेस एजेंसी के अधिकारियों ने तस्वीर के बारे में लिखा है कि ये ऑब्जेक्ट ऑप्टिकल वेवलेंथ पर काफी ज्यादा रोशनी रिलीज करते हैं लेकिन इनके आसपास मौजूद धूल और गैस विजिबल लाइट को सोख लेती हैं।
इस ग्रह को PDS 70c नाम दिया गया है और यह 54 लाख साल पुराने PDS 70 सितारे के इर्द-गिर्द घूम रहा है। इस सितारे का द्रव्यमान सूरज से तीन चौथाई गुना ज्यादा है और इसके आसपास भी ग्रह अभी बन रहे हैं। PDS 70c के अलावा एक और ग्रह PDS 70b भी मौजूद है। ऐस्ट्रोनॉमर्स के मुताबिक PDS 70c के आसपास इतना मलबा है कि धरती के चांद जैसे तीन चांद यहां बन सकते हैं। चिली की ALMA ऑब्जर्वेटरी से मिलीं तस्वीरों में 10 करोड़ मील के डायमीटर की डिस्क दिखी है जिससे चांद पैदा हो सकता है।
PDS 70c बृहस्पति का दोगुना है और अपने सितारे का एक चक्कर काटने में 227 साल लगाता है। धूल और गैस बड़े ऑब्जेक्ट्स में टकराते हैं और एक आकार लेते हैं लेकिन यह पूरी प्रक्रिया अभी समझी नहीं जा सकी है। ग्रहों के पैदा होने के 1 करोड़ साल के अंदर उनका चक्कर काटने वाली डिस्क बनती हैं और हमारे सौर मंडल में ये 4 अरब साल के अंदर पैदा हुआ हैं। स्टडी की सह-लेखक डॉ. मिरियम केपलर के मुताबिक अब तक 4000 exoplanets की खोज की जा चुकी है लेकिन सबकी डिस्क गायब हो चुकी हैं।
PDS 70c और PDS 70b सिर्फ दो ही ऐसे exoplanets हैं जो अभी बन रहे हैं। इनकी खोज ESO के Very Large Telescope ने 2018 और 2019 में की थी। इससे अडवांस्ड Extremely Large Telescope ऐटकामा रेगिस्तान में तैयार किया जा रहा है और उम्मीद की जा रही है कि इसकी मदद से और ज्यादा डीटेल में मैप तैयार किया जा सकेगा।
कैसे बनते हैं सितारे? : इसी साल मई में STARFORGE नाम के कंप्यूटेशनल फ्रेमवर्क में पहली बार गैस हाई-रेजॉलूशन और कलर में गैस का गुबार देखा गया जो पहले के मुकाबले 100 गुना ज्यादा विशाल लग रहा है। इसमें सितारे के बनने और विकसित होने के साथ-साथ जेट, रेडिएशन, हवा और आसपास की सोपरनोवा ऐक्टिविटी को भी शामिल किया गया है। रिसर्चर्स इस बात को समझना चाहते हैं कि सितारे का बनना धीमा क्यों है, सितारे का द्रव्यमान किससे बनता है और सितारे क्लस्टर में क्यों बनते हैं?

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