आर्थिक तंगी से जूझ रहे किडनी की बीमारी से पीड़ित मरीजों के लिए थोड़ी राहत भरी खबर है. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में अब सरकारी अस्पताल (Government Hospital) में किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा शुरू होने जा रही है. शनिवार को राजधानी भोपाल के सबसे बड़े हमीदिया अस्पताल में पहला किडनी ट्रांसप्लांट किया जाएगा. मध्य प्रदेश में किसी भी सरकारी अस्पताल में होने वाला यह पहला किडनी ट्रांसप्लांट (kidney Transplant) होगा.
किडनी ट्रांसप्लांट को लेकर अस्पताल के डॉक्टर्स की टीम ने तैयारी पूरी कर ली है. अगर मरीज और डोनर की स्थिति ठीक रही तो फिर यह ऑपरेशन सक्सेसफुल किया जाएगा. अभी तक यह सुविधा केवल निजी अस्पतालों में ही उपलब्ध थी. जिस वजह से मरीजों को अधिक पैसा खर्च करना पड़ता था. निजी अस्पताल में एक किडनी ट्रांसप्लांट का खर्च करीब 6 लाख तक आता है, जबकि हमीदिया अस्पताल में यह ढ़ाई लाख के अंदर ही संभव हो सकेगा.
कब से चल रही थी कवायद ? : राजधानी भोपाल के सबसे बड़े हमीदिया अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट को लेकर कवायद पिछले करीब 4 साल से चल रही थी. 2017 में किडनी ट्रांसप्लांट को लेकर व्यवस्थाओं को जुटाने का काम शुरू किया गया था और 2021 में यह व्यवस्था अपने मुकाम पर पहुंची है. चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अभी अस्पताल में सिर्फ लाइव ट्रांसप्लांट सर्जरी होगी. केडेबर सर्जरी बाद में शुरू की जाएगी. इसमें ब्रेन डेड व्यक्ति के परिजनों द्वारा डोनेट करने पर ट्रांसप्लांट किया जाता है.
अभी कहां- कहां है सुविधा ? : किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा की बात करें तो अभी राजधानी भोपाल में केवल 3 ही अस्पताल ऐसे हैं जिनमें यह सुविधा उपलब्ध है. यह तीनों ही निजी अस्पताल हैं. राजधानी के प्राइवेट बंसल हॉस्पिटल, चिरायु हॉस्पिटल और सिद्धांता रेड क्रॉस में किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा उपलब्ध है. इनमें भी किडनी ट्रांसप्लांट के लिए मरीजों की लंबी वेटिंग है. हमीदिया अस्पताल पहला सरकारी अस्पताल होगा जहां पर यह सुविधा मध्यप्रदेश में शुरू होने जा रही है.