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November 21, 2024
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रामलला के सूर्य अभिषेक की तैयारी, भगवान राम के ललाट पर चंदन लगाएंगे सूर्य देव अयोध्‍या

भव्‍य राम मंदिर की चर्चा इन दिनों देश ही नहीं विश्‍व भर में हो रही है। यहां तक की मोदी सरकार राम मंदिर के सहारे एक बार फीर सत्‍ता में आने की तैयारी कर रही है। राभक्तों के लिए इस साल रामनवमी का पर्व खास होने वाला है। रामनवमी में भगवान राम की नगरी अयोध्‍या में भक्‍तों की भीड़ जुटाने सरकार रामलला के सूर्य अभिषेक की तैयारी कर रही है। अयोध्‍या का सरकार ने पहले ही कायाकल्‍प कर दिया है और अब सूर्य अभिषेक से एक बार फर रामनवमी को भक्‍तों के लिए यादगार अनुभव देने जा रही है। गौरतलब है भगवान राम की प्राण-प्रतिष्‍ठा के बाद अयोध्‍या में रामलला के दर्शन करने के लिए दिन प्रतिदिन भीड बढती जा रही है। ऐसे में सरकार हिंदूओं को आकर्षित करने के लिए कोई भी कोर कसर नहीं छोडना चाहिए। अयोध्या में रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद इस वर्ष की यह पहली रामनवमी है। इसलिए राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र टस्ट भी इसके लिए खास तैयारियों में जुटा है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, भगवान राम का जन्म चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था। इसलिए इस दिन हर साल रामनवमी का त्योहार मनाया जाता है। लगभग 500 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद प्रभु राम अपनी जन्मभूमि में बने भव्य मंदिर में विराजमान हुए हैं। इसलिए रामनवमी के दिन इस बार अयोध्या राम मंदिर में भव्य नराजा देखने को मिलेगा। राममंदिर के पुजारी संतोष तिवारी ने बताया कि ट्रस्ट व प्रशासन से मंत्रणा के बाद यह निर्णय लिया गया है। रामनवमी के मद्देनजर राममंदिर के कपाट 15 से 17 अप्रैल तक सुबह पांच बजे ही खोल दिए जाएंगे। रामलला के राग-भोग व आरती के समय में भी बदलाव किया जाएगा।

भगवान के ललाट पर सूर्य ने किया तिलक
रामनवमी पर अयोध्‍या में भव्‍य और अदभुत नजारा दिखने जा रहा है। राम मंदिर में विशेषज्ञों की मौजूदगी में सूर्य अभिषेक का सफल परीक्षण किया गया। सूत्रों ने बताया कि दोपहर 12:00 बजे दर्पण के सहारे भगवान राम के ललाट पर सूर्य ने तिलक किया है। अब यही परीक्षण रामनवमी के दिन भक्‍तों की भारी भीड के बीच दोहराया जाएगा। राम जन्मोत्सव के मौके पर लगभग मिनट तक सूर्यदेव रामलला का तिलक करते नजर आएंगे। गौरतब है कि सूर्य अभिषेक के सफल परीक्षण का वीडियो भी सामने आ चुका है, जिसे देशकर भक्तगण आश्‍चर्यचकित हैं। प्रत्‍यक्षदर्शियों के मुताबिक रामलला के ललाट पर सूर्य देव द्वारा तिलक करने के नजारे केलिए सूर्य की किरणों को सबसे पहले तो अलग-अलग तीन दर्पणों के माध्यम से अलग-अलग दिशाओं में डायवर्ट किया जाएगा। फिर किरणों को पीतल की पाइप के जरिए आगे से गुजारते हुए किरणों को लेंस के माध्यम से सीधे रामलला के मस्तक पर ले जाया जाएगा।

पांच क्विंटल प्रसाद का भोग लगेगा
भगवान राम रामनवमी के दिन सोने, चांदी व अन्य रत्नों से जड़ित पीले वस्त्र में दर्शन देंगे। यह खास वस्त्र दिल्ली के मशहूर डिजाइनर मनीष त्रिपाठी तैयार कर रहे हैं। रामलला और उनकी उत्सव मूर्ति को सोने का मुकुट धारण कराया जाएगा। पांच क्विंटल प्रसाद का भोग लगेगा। इसमें पांच प्रकार की पंजीरी शामिल होगी। मंदिर प्रबंधन अभी से रामनवमी को भक्‍तों के लिए यादगार बनाने में लगा हुआ है। सारा परिसर दूधिया रोशनी से सजाया जा रहा है। रंग-बिरंगी एलईडी लाइटें मंदिर की शोभा में चार चांद लगाएंगी।

दर्शन के समय में बदलाव
अभी रामलला को सुबह पांच बजे जगाया जाता है। रामनवमी के दिन उन्हें तड़के 3:30 बजे ही जगा दिया जाएगा। दिव्य औषधियों से युक्त चांदी के कलश से अभिषेक होगा। सुबह पांच बजे शृंगार आरती होगी, जो अभी 6:15 बजे होती है। जन्म की आरती दोपहर 12 बजे होगी। भोग आरती दोपहर 12:30 के बाद 12:50 बजे पर्दा हटाया जाएगा। संध्या आरती में शाम 6:15 बजे केवल 10 मिनट के लिए पर्दा लगाया जाएगा। शयन आरती का समय श्रद्धालुओं की भीड़ के अनुसार तय होगा। 15 व 16 अप्रैल को भी दर्शन का यही समय रहने की संभावना है।

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