एमपी में सिंध नदी (Sindh River Bridge Washed) पर बने दो बड़े पुल दो दिन में पत्ते की तरह बह गए हैं। इन पुलों का निर्माण कुछ वर्ष पहले ही हुआ है। दोनों पुल पानी का दबाव नहीं झेल पाए हैं। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का आज दौरा किया है। वहीं, पुल बहने को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। कमलनाथ ने पुल बहने की घटना को लेकर सवाल किया है। उन्होंने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा है कि प्रदेश के दतिया जिले में बारिश से रतनगढ़, लांच के बाद अब सनकुआं के पुल बहने की घटना बेहद गंभीर और चिंताजनक है। कुछ ही वर्षों पूर्व, करोड़ों की लागत से बने यह पुल, बारिश के पानी में पत्ते की तरह बह गए, कैसा निर्माण कार्य? उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच हो, जवाबदेही तय हो।
इसके साथ ही कमलनाथ ने कहा है कि मैं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों के लगातार संपर्क में हूं। मैंने सभी कार्यकर्ताओं से भी हर संभव मदद पहुंचाने का आह्नान किया है। कमलनाथ ने प्रदेश के लोगों से अपील की है कि अपना पूरा ख्याल रखें, पूरी सावधानी बरतें। कांग्रेस इस आपदा की घड़ी में आपके साथ है।
गौरतलब है कि रतनगढ़ के पास सिंध नदी पर बना पुल मंगलवार को बह गया था। बुधवार को दूसरा पुल बह गया है। वहीं, मुरैना में कुंआरी नदी पर बने पुल में दरार आ गई है। ये सभी पुल कुछ वर्ष पहले ही बने हैं, इसलिए सवाल उठ रहे हैं। एमपी में बाढ़ से अभी तक 14 लोगों की मौत हुई है।