रूस ने बीते महीने की 24 तारीख से यूक्रेन पर हमले (Russia Ukraine War) करना जारी रखा हुआ है. इस युद्ध को एक महीने से ज्यादा वक्त हो गया है लेकिन कहीं शांति का नामोनिशान नजर नहीं आ रहा. रूस (Russia) की सेना कई शहरों को तबाह कर चुकी है और अब उन शहरों की तरफ बढ़ रही है, जो अब तक सुरक्षित माने जाते रहे हैं और जहां लोग अपनी जान बचाने के लिए छिपे हुए हैं. रूस की गोलाबारी और मिसाइल हमलों से बचने के लिए लोग अंडरग्राउंड छिपे हुए हैं. रूस ने चेर्नीहीव (Chernihiv) को निशाना बनाना शुरू कर दिया है.
ये शहर यूक्रेन के उत्तर में स्थित है, जहां हर तरफ मौत का खतरा नजर आ रहा है. ऐसा कहा जा रहा है कि ये शहर अगला मारियुपोल बन सकता है. रूसी सैनिकों ने चेर्नीहीव को घेर लिया है, रास्ते ब्लॉक कर दिए हैं और लगातार आगे बढ़ रहे हैं. चेर्नीहीव के वैसे से तमाम लोग दूसरे स्थानों की तरफ भाग गए हैं, लेकिन जो बचे हुए हैं, वो काफी डरे हुए हैं. यहां गिरता हर बम और होने वाला विस्फोट लोगों की जान ले रहा है.
ना बिजली है और ना ही पानी : चेर्नीहीव के रहने वाले 38 साल के इहार कजमरचक ने कहा, ‘रात के वक्त बेसमेंट में हर कोई एक ही बात कर रहा है, चेर्नीहीव अगला मारियुपोल बन रहा है.’ उन्होंने सेलफोन के माध्यम से समाचार एजेंसी एसोसिएटिड प्रेस से बात की. उनके फोन की बैटरी उस वक्त खत्म होने वाली थी. इस शहर में ना तो बिजली है, ना पानी और ना हीटिंग की व्यवस्था. दवा की दुकानों पर दवाएं खत्म हो रही हैं और ये समस्या हर दिन बढ़ रही है.
घंटों तक कतारों में लगते हैं लोग : कजमरचक अपने दिन की शुरुआत घंटों तक लंबी कतारों में लगकर करते हैं. ताकि उन्हें पीने का पानी और राशन मिल सके. बहुत बार ऐसा होता है जब लोगों को खाली बोतलों और बाल्टियों के साथ वापस आना पड़ता है. वह कहते हैं, ‘खाना खत्म हो रहा है और गोलाबारी और बम गिरना बंद नहीं हो रहा.’ बुधवार को ही रूस के सैनिकों ने बम गिराकर देसना नदी पर बने चेर्नीहीव के प्रमुख पुल को क्षतिग्रस्त कर दिया था. इस रास्ते से राजधानी कीव तक पहुंचा जा सकता है.